बरनाला में भारतीय किसान यूनियन डकौंदा ने डीसी दफ्तर का घेराव कर पंजाब सरकार के खिलाफ धरना दिया गया। किसानों ने गेहूं की फसल में गुलाबी कीट के हमले से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा दिए जाने की मांग की। प्रदर्शनकारी किसान जुगराज हरदासपुर, कुलवंत सिंह और साहिब सिंह बड़बर ने कहा कि धान की पराली नहीं जलाने वाले किसानों की गेहूं की फसल पर गुलाबी कीट ने हमला कर दिया है। जिस कारण किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल गुलाबी कीट से बर्बाद हो गई। उन्होंने कहा कि जब पराली में आग लगाई गई तो अधिकारी तुरंत किसानों के खेतों में पहुंचे और कार्रवाई की। किसानों पर मुकदमा दर्ज किया गया और उनके रिकॉर्ड में लाल एंट्री दर्ज की गईं और भारी जुर्माना लगाया गया। उन्होंने कहा कि, जिन किसानों ने पराली जलाए बिना ही गेहूं की बुआई कर दी उनकी फसल को गुलाबी सुंडी ने खेतों की फसल को बर्बाद कर दिया है। लेकिन अब कोई भी अधिकारी किसानों का सार लेने नहीं आ रहा है। कृषि विभाग द्वारा सिफारिश की गई स्प्रे करने के बाद भी गुलाबी सुंडी खत्म नहीं हुई। बड़े पैमाने पर किसान अपनी फसलें पर ट्रैक्टर चलाने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रभावित किसानों को 50 हजार प्रति एकड़ फसल का मुआवजा दिया जाए, नहीं तो किसान संगठन बड़ा संघर्ष करेगा।