कटनी में 8 महीने की बच्ची आग में जिंदा जल गई। मां ने मालिश करने के बाद उसे धूप में खटिया पर सुला दिया था। बड़े भाई-बहन ने खेल-खेल में माचिस की जलती तीली खटिया के पास रखे भूसे पर फेंक दी। आग भड़की और खटिया को चपेट में ले लिया। हादसा कटनी के माधवनगर थाना इलाके के झिंझरी में सोमवार सुबह हुआ। पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है। बच्ची सोनिया के पिता राजू कुशवाहा ने बताया कि वह कटनी जिले के बांधा-इमलाज गांव का रहने वाला है। परिवार के भरण-पोषण के लिए उसने झिंझरी में मुन्ना गुमास्ता के तीन एकड़ खेत को अधिया पर लिया है। खेत में ही झोपड़ी बनाकर पत्नी रजनी और बच्चों समेत रहता है। सोनिया सबसे छोटी बेटी थी। खेल-खेल में बड़े भाई-बहन ने तीली जलाकर भूसे में फेंकी
राजू ने कहा, ‘सोमवार सुबह रोज की तरह रजनी ने सोनिया की मालिश की और उसे खटिया पर लिटाकर धूप सेंकने के लिए छोड़ दिया। इसके बाद रजनी घर के काम-काज में व्यस्त हो गई। मैं खेत पर काम करने चला गया। सोनिया के पास ही 6 साल की बड़ी बहन और दो साल का भाई खेल रहे थे। खेल-खेल में उन्होंने चूल्हे के पास रखी माचिस की डिब्बी उठाई। फिर तीली जलाकर पास ही भूसे में फेंक दी। खेत में धान की कटाई के बाद बची पराली और भूसे ने तेजी से आग पकड़ी। कुछ ही मिनटों में लपटें खटिया तक पहुंच गईं।’ मां बोली-क्या पता था, फिर गोद में नहीं ले पाऊंगी
राजू ने बताया कि सोनिया के रोने की आवाज सुनकर हम उसे बचाने दौड़े लेकिन आग इतनी भयानक थी कि उसे लपटों से नहीं निकाल पाए। आग बुझाने के प्रयास में राजू का हाथ भी झुलस गया। इस दर्दनाक घटना ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है। रजनी ने रोते-रोते कहा, ‘मालिश करने के बाद बिट्टू को खटिया पर सुलाया था। क्या पता था कि फिर गोद में नहीं ले पाऊंगी।’ ये खबर भी पढ़ें… झोपड़ी में लगी आग, जिंदा जले दो मासूम सिंगरौली में खेत में बनी झोपड़ी में अचानक आग लग गई। इसमें 10 माह और 3 साल के दो बच्चे जिंदा जल गए। बेटा पिता के लिए खाना लेकर आया था। वह साथ में अपने छोटे भाई को भी ले आया था। खेलते-खेलते दोनों वहीं सो गए थे। घटना सोमवार दोपहर करीब 3 बजे बड़बड़ गांव की है। सूचना मिलते ही मौके पर मोरवा थाने की पुलिस, चितरंगी एसडीएम सुरेश जादव और अपर कलेक्टर भी पहुंच गए। पढ़ें पूरी खबर…