शोध साहित्य का पुनरावलोकन अनुसंधान कार्य में महत्वपूर्ण है

भास्कर न्यूज | महासमुंद शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य पीजी कॉलेज में मंगलवार को समाजशास्त्र विभाग में शोध साहित्य में पुनरावलोकन विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस दौरान शोध साहित्य के अवलोकन के अनुसंधान में महत्व को बताया गया। इस अवसर पर प्राचार्य करुणा दुबे ने अनुसंधान के क्षेत्र में कार्य करने के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। डॉ. रीता पांडे ने अपने उद्बोधन में अनुसंधान के महत्व पर प्रकाश डाला। इस दौरान मुख्यवक्ता डॉ. प्रमिला नागवंशी ने कहा कि शोध साहित्य का पुनरावलोकन अनुसंधान कार्य में अति महत्वपूर्ण चरण है यह शोध कार्य में एक मार्गदर्शक की तरह कार्य करता है जो एक सही दिशा प्रदान करता है। इसके साथ ही समाजशास्त्र विषय का विभिन्न कार्य क्षेत्र में महत्व को बतलाते हुए किन-किन क्षेत्रों में समाजशास्त्र विषय के ज्ञान का उपयोग भविष्य निर्माण के लिए नौकरी पेशा में किया जा सकता है इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस प्रकार डॉ. नागवंशी ने अनुसंधान की बारीकियों, रिसर्च टूल्स टेक्निक व पॉलिसी जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विद्यार्थियों का ध्यान आकर्षित किया। मौके पर शिवानी तावेरकर चितेश्वरी साहू, ममता व अन्य रहे।

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