राज्य के सभी 24 जिलों के 48 नगर निकायों में से 46 में ट्रिपल टेस्ट का काम पूरा कर लिया गया है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को इन निकायों ने अपनी रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट के मुताबिक 6 नगर निकायों में अत्यंत पिछड़ों की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक है। राजमहल में अत्यंत पिछड़े वर्ग की संख्या 73.02 प्रतिशत है। इसी प्रकार गोड्डा में 51.88 बरहरवा में 53.86 त, बासुकीनाथ में 50.03, कपाली में 60.63 और मधुपुर में 57.42 प्रतिशत अत्यंत पिछड़ा वर्ग के वोटर हैं। साहेबगंज में 50 प्रतिशत से थोड़ा कम 49.66 प्रतिशत मतदाता हैं। रांची जिले ने अभी तक अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है। पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य सचिव केके सिंह ने बताया कि रांची और बुंडू निकाय की ट्रिपल टेस्ट की रिपोर्ट 7 अप्रैल को मिल जाएगी। ऐसा यहां के अधिकारियों ने आयोग को आश्वासन दिया है। झारखंड में ट्रिपल टेस्ट की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ओबीसी आरक्षण का भी निर्धारण कर लिया हो जाएगा। फिलहाल इन दिनों निकायों से प्राप्त रिपोर्ट की समीक्षा के लिए आयोग की टीम क्षेत्रों का भ्रमण कर रही है। कई जगहों पर मिली शिकायतें दूर कर ली गई हैं। सभी निकायों की रिपोर्ट आने के बाद भी नगर निकाय चुनाव का रास्ता तब तक आसान नहीं होगा, जब तक आयोग में आवश्यक नियुक्तियां नहीं कर ली जाती हैं। निकाय चुनाव कराने में सबसे बड़ा बाधक यह है कि अभी तक पिछड़ा वर्ग आयोग में अध्यक्ष की ही नियुक्ति नहीं हो पाई है, उधर, राज्य निर्वाचन आयुक्त की कुर्सी भी खाली है। ओबीसी आरक्षण के साथ होगा निकाय चुनाव राज्य विधानसभा के बजट सत्र में मंत्री सुदिव्य कुमार ने सदन को आश्वस्त किया है कि ट्रिपल टेस्ट की प्रक्रिया पूरी होने और ओबीसी को आरक्षण देने के बाद नगर निकाय चुनाव कराया जाएगा। मंत्री ने कहा था कि 16 मई को हाईकोर्ट में होने वाली अगली सुनवाई से पहले तक ट्रिपल टेस्ट की रिपोर्ट आ जाने पर आरक्षण रोस्टर का पालन करते हुए निश्चित समयावधि में निकाय चुनाव कराया जाएगा। अगर ऐसा नहीं हो पाया तो कोर्ट से ओबीसी प्रतिनिधित्व का हवाला देते हुए कुछ और समय की मांग की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इसी साल 16 जनवरी को अवमानना वाद पर सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से नगर निकाय चुनाव कराने के लिए चार माह का समय मांगा गया था। यह अवधि अब समाप्त होने ही वाली है। आयोग का लक्ष्य, पिछड़ों को मिले उपयुक्त आरक्षण : एनके मेहता पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य एनके मेहता ने कहा कि 48 निकायों में से 46 की रिपोर्ट आयोग को मिल चुकी है। रांची और बुंडू की रिपोर्ट 7 अप्रैल तक मिलेगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। आयोग का लक्ष्य है कि निकाय चुनाव में पिछड़ों को उपयुक्त आरक्षण मिले। 19 नगर पंचायतबंशीधर नगर, मझिआंव, हुसैनाबाद, हरिहरगंज, छतरपुर, लातेहार, कोडरमा, डोमचांच, बड़की सरैया, धनवार, महगामा, राजमहल, बरहरवा, बासुकीनाथ, जामताड़ा, बुंडू, खूंटी, सरायकेला और चाकुलिया शामिल है। 20 नगर परिषदगढ़वा, विश्रामपुर, चाईबासा, झुमरी तिलैया, चक्रधरपुर, चतरा, चिरकुंडा, दुमका, पाकुड़, गोड्डा, गुमला, जुगसलाई, कपाली, लोहरदगा, सिमडेगा, मधुपुर, रामगढ़, साहिबगंज, फुसरो और मिहिजाम शामिल। कहां-कहां होना है निकाय का चुनाव 9 नगर निगम: रांची, हजारीबाग, मेदिनीनगर, धनबाद, गिरिडीह, देवघर, चास, आदित्यपुर और मानगो शामिल। 46 निकायों ने पिछड़ा वर्ग आयोग को सौंपी ट्रिपल टेस्ट रिपोर्ट, रांची-बुंडू की 7 अप्रैल कोे