सरकारी स्कूलों में छुट्टियों के बाद गुरुवार से पढ़ाई शुरू हो गई। सरकार के निर्देश पर नया शिक्षा सत्र 2025-26 भी शुरू हो गया है, लेकिन चाकुलिया प्रखंड के स्कूलों में अब तक छात्रों को नई किताबें नहीं मिली हैं। स्कूलों में बच्चों को पुरानी किताबों से ही पढ़ाया जा रहा है। दैनिक भास्कर के संवाददाता ने सोनाहातू पंचायत के प्राथमिक विद्यालय रघुनाथपुर का दौरा किया। यहां प्रधानाचार्य रामकृष्ण घोष अकेले ही कक्षा एक से पांच तक के 30 बच्चों को पढ़ा रहे थे। उन्होंने बताया कि नई किताबें नहीं आई हैं। जब तक किताबें नहीं मिलतीं, तब तक बच्चों को पुरानी किताबों से ही पढ़ाया जाएगा। किताबें मिलते ही छात्रों में बांट दी जाएंगी। प्रखंड में कुल 177 सरकारी स्कूल हैं। इसमें कस्तूरबा विद्यालय भी शामिल है। इन स्कूलों में कक्षा एक से बारह तक करीब 16135 विद्यार्थी पढ़ते हैं। इसके बावजूद किसी भी कक्षा के छात्रों को नई किताबें नहीं मिली हैं। क्या कहते हैं बीपीओ : बीपीओ तरुण गिरि ने बताया कि त्योहार के कारण बीते चार दिन से कार्यालय बंद था। उन्होंने कहा कि बीआरसी से अभी तक नया सत्र शुरू होने को लेकर कोई चिट्ठी नहीं आई है। किताबें भी नहीं आई हैं। किताबें मिलते ही सभी स्कूलों को उपलब्ध करा दी जाएंगी। एकल शिक्षकीय विद्यालय में एक अतिरिक्त शिक्षक का प्रतिनियोजन करें : जिला शिक्षा अधीक्षक ने 6 फरवरी 2025 को निर्देश जारी किया था। इसमें कहा गया था कि जिन स्कूलों में एक ही शिक्षक कार्यरत हैं, वहां एक अतिरिक्त शिक्षक का प्रतिनियोजन किया जाए, ताकि शिक्षक के अवकाश पर रहने की स्थिति में स्कूल का संचालन प्रभावित न हो। इसके बावजूद चाकुलिया प्रखंड में अब भी करीब 60 स्कूल ऐसे हैं, जहां एक ही शिक्षक से स्कूल चल रहा है।