सदस्य बोले- विभागों के प्रमुख ही आएं, प्रभारी न भेजे जाएं अफसर बोले पुल-पुलिया दोनों बने हैं उपाध्यक्ष ने कहा- नहीं बने सदस्य का कमेंट- पुल चोरी तो नहीं हो गया जिला पंचायत सभाकक्ष में गुरुवार को हुई साधारण सभा की बैठक में रोचक वाकया आया। जब एक पुल निर्माण को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष से लेकर सदस्य और अफसर आमने-सामने हो गए। दरअसल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर ने कहा कि केसली में एक गांव की सड़क पर पुल नहीं बनाया गया है। इसके कारण लोग परेशान हैं। इस पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के सहायक प्रबंधक ने कहा सड़क मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना से बनी थी। इसके बाद सिंचाई विभाग वालों का बांध बना और उन्होंने डेम का वेस्ट वियर वहां से निकाल दिया। 70 मीटर का एक पुल बना भी था। इस पर जिला पंचायत अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत ने कहा सिंचाई वाले बताएं वहां पुल बना सकते हैं? इस पर सिंचाई विभाग के अफसर ने कहा पुल पहले से ही बना हुआ है। इस पर उपाध्यक्ष ने कहा पुल नहीं बना है। इसी बीच एक सदस्य ने कमेंट किया कि पुल चोरी तो नहीं चला गया? इस पर अध्यक्ष राजपूत ने कहा पुल बनाया जाए चाहे जिस निधि या विभाग से बने, लोग परेशान न हों। जिला पंचायत सदस्यों ने अफसरों पर काम न करने, बैठकों के निर्णय पर देरी से अमल करने, परंपरागत जवाब देने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए। अध्यक्ष बोले- खाने के पैकेट का भुगतान नहीं किया जिला पंचायत अध्यक्ष राजपूत ने कहा प्रधानमंत्री मोदी की सभा कब हुई थी? उसमें खाने के पैकेट दिए गए थे। जिसका भुगतान अब तक नहीं किया गया है। उन्होंने आदिम जाति कल्याण विभाग की प्रभारी अधिकारी से कहा जनपद अध्यक्ष और सदस्य परेशान हैं। उसकी फाइल कहां पड़ी हुई है? इस पर आदिम जाति कल्याण विभाग की एडी ने कहा मेरे पास ही है। अध्यक्ष ने कहा दो जिलों के माध्यम से गुमराह मत कीजिए, भुगतान करें। इस पर उन्होंने कहा जल्दी ही कर देंगे। बैठक का प्रतिवेदन अब मिला, 7 दिन पहले मिले जिला पंचायत सदस्यों ने कहा कि बैठक का पालन प्रतिवेदन फोल्डर हमें आज मिला। जबकि यह कम से कम 7 दिन पहले मिलना चाहिए। ताकि हम लोग तैयारी करके आ सकें। उसकी वस्तु स्थिति देख व समझ सकें। इस पर जिला पंचायत सीईओ ने कहा अगली बार से सब व्यवस्थित होगा। बैठक की सूचना, एजेंडा भी समय से मिलेगा। तंगहाली… मुख्यमंत्री सड़क में पैसा नहीं जिला पंचायत सदस्य शारदा खटीक ने कहा मेरे क्षेत्र में एकमात्र बोर कराया। उसमें भी हैंडपंप नहीं लगाया। मैं 50 फोन लगा चुकी, वह भी नहीं उठाते। तीन बोर और कराएं। इस पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा इसी लापरवाही से बच्चे गिरते हैं। काम जल्द पूरा करें। इस पर पीएचई के अफसर ने कहा मात्र 36 बोर का लक्ष्य ही आया है, उसमें जितना संभव होगा करेंगे। अधूरा काम भी जल्द पूरा होगा। इसी तरह जो मामला जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने पुलिया निर्माण को लेकर उठाया था उसमें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के सहायक प्रबंधक ने कहा कि मुख्यमंत्री सड़क योजना में अब पैसा ही नहीं है। टंकी बनी-पानी नहीं, सड़क भी खुदी छोड़ दी वार्ड नंबर-3 से जिला पंचायत सदस्य शारदा खटीक ने कहा मेरे क्षेत्र के कई गांव ऐसे हैं जहां टंकी तो बना दीं लेकिन पानी नहीं पहुंच रहा है। मैं एक गांव की बात नहीं कर रही, ऐसे 50 गांव हैं, जहां जाकर देख लीजिए कि समस्याएं हैं। कहीं सड़क खुदी पड़ी है, सुधारा नहीं है। पानी की आपूर्ति भी नहीं हो रही है। यह सभी काम प्राथमिकता से कराएं। इस पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा जहां टंकी बन गईं, वहां जलापूर्ति कराएं। जनपद-ग्राम पंचायत का समन्वय बनाकर बेहतर संचालन की व्यवस्था करें। बहानेबाजी न करें। जलापूर्ति : सुबह 6, रात 11 बजे आ रहे नल सांसद प्रतिनिधि हरिराम सिंह ने कहा- नलजल योजना को लेकर कई व्यवहारिक परेशानियां हैं। किसी गांव में 500 घर हैं तो टोंटी से पानी 300 घरों में ही पहुंच रहा है। ऐसी मेरे पास 50 गांव की लिस्ट है। कभी रात 11 बजे तो कभी सुबह 6 बजे नल आते हैं। कहीं इतना दे रहे कि नाली में बह रहा है तो कहीं नाममात्र की जलापूर्ति हो रही है। इन सारे विषयों की जांच के लिए सदन एक कमेटी बनाए। यह साधारण नहीं पानी चोरी का अपराध है। इस पर अध्यक्ष ने कहा अरबों रुपए खर्च होने पर यह हाल हैं। इसे हल्के में न लें। अरबों खर्च के बाद प्रधानमंत्री का सपना पूरा नहीं हो रहा तो हम क्यों बैठे? जल जीवन मिशन का ग्रामवार डेटा मिलेगा जिला पंचायत सदस्य गुलाबचंद गोलन ने कहा बकस्वाहा जल समूह, पगरा जल समूह को लेकर विभाग ने कहा था जिन गांवों तक पानी नहीं पहुंचा है, वहां जल्दी से जल्दी पहुंचाएंगे। सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन स्थिति जस की तस है। इस पर विभागीय अफसर ने कहा 299 गांवों में से अधिकांश तक पानी पहुंचा दिया है। सदस्य ने आपत्ति ली तो जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा सदस्यों के काम प्राथमिकता से करवाओ। जिलेभर के काम का ग्रामवार डेटा बनाकर दें। अध्यक्ष ने यह निर्देश भी दिए जहां गर्मियों में पानी का संकट होगा, वहां नल जल की आपूर्ति सुनिश्चित करने पत्र जल निगम को भेजें। }सभी 28 विभागों के प्रमुख अफसर ही बैठक में मौजूद रहें। उनके प्रतिनिधि होने से टालमटोल वाला जवाब मिलता है। } अगली बैठक में सभी 11 जनपदों के सीईओ भी बैठक में रहें, यह हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। }जिला और जनपदों में जितनी भी समितियां बनाई गई हैं, उनकी बैठकें भी नियमित अंतराल पर होती रहें। } जो आंगनबाड़ी भवन पहले 7 लाख रुपए में स्वीकृत हुए और बने नहीं, उनकी राशि बढ़ाने पर विचार हो। }मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना सहित सभी जनहितैषी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रचार कर जरूरतमंदों को लाभ दें। }स्कूलों में बाउंड्रीवॉल बनवाई जाएं। इसके साथ ही अन्य जो भी काम परिसर के जीर्णोद्धार के लिए जरूरी हों, कराएं। बैठक में हुआ कमिटमेंट अफसरों को हर हाल में पूरा करना ही होगा जिला पंचायत सदस्य राजेश राय ने कहा स्कूलों में बाउंड्रीवॉल हर हाल में बनाई जाएं। शाहगढ़ जनपद अध्यक्ष मनीष यादव ने कहा जो समितियां जिला व जनपद में बनी हैं, उनकी नियमित बैठकें हों। सर्वजीत सिंह कानोनी ने कहा उनके क्षेत्र की अधूरी सड़क का काम जल्द पूरा हो। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा अफसर साफ सुन लें, यहां बैठक में जो कमिटमेंट होता है, वह तो पूरा होगा ही, नहीं तो ऐसे काम नहीं चल पाएगा। जिला पंचायत सीईओ विवेक केवी ने कहा बैठक में सिर्फ जिला पंचायत के निर्वाचित सदस्य ही बैठें, अन्य हों तो निकल जाएं।