लुधियाना में 14 अप्रैल को शादी का सबसे बड़ा दिन होने जा रहा है। यह दिन खास इसलिए भी है क्योंकि यह खालसा साजना दिवस के अगले ही दिन है और अधिकतर सिख परिवारों ने इस शुभ अवसर पर अपने विवाह समारोह तय किए हैं। शहर के होटल, पैलेस से लेकर गुरुद्वारे तक पूरी तरह बुक हो चुके हैं। बैंड-बाजा, फोटोग्राफर, ब्यूटी पार्लर से लेकर कैटरिंग तक की डिमांड इतनी बढ़ गई है कि स्थानीय संसाधनों से काम नहीं चल पा रहा। स्थिति यह है कि गुरुद्वारों में आनंद कारज के लिए सिर्फ एक घंटे का समय ही मिल रहा है, क्योंकि हर एक घंटे में नया जोड़ा अपनी शादी की रस्में पूरी करेगा। बारात लेट आने पर वेट करना पड़ सकता है श्री सुखमणि साहिब दुगरी गुरुद्वारे के प्रधान अरविंदर सिंह संधू ने बताया कि उनके यहां भी 2 एसी हॉल हैं जो पहले ही बुक हो चुके हैं। वहीं, चंडीगढ़ रोड स्थित गुरुद्वारा श्री सिंह सभा के प्रधान गुरदेव सिंह ने बताया कि गुरुद्वारे में 3 आनंद कारज की बुकिंग पहले से हो चुकी है और वक्त की पाबंदी को लेकर बारातियों को भी सूचना दी जा चुकी है कि लेट आने पर उन्हें वेट करना पड़ सकता है। गुरदेव सिंह ने यह भी बताया कि इस बार कीर्तन की बजाय सीधा आनंद कारज का पाठ होगा, उसके बाद हुक्मनामा और कड़ा प्रसाद वितरित कर अगली शादी की रस्म शुरू होगी। इस तरह गुरुद्वारों में 14 अप्रैल को समय प्रबंधन सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। शादी सीजन के इस चरम पर लुधियाना शहर की धार्मिक और वैवाहिक व्यवस्थाएं दोनों की परीक्षा है, लेकिन प्रबंधक हर हाल में आयोजन को सफल बनाने की तैयारी में जुटे हैं। प्रमुख गुरुद्वारे फुल, बाहर से रागी जत्थे बुलाए शहर के प्रमुख गुरुद्वारों जैसे गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा बीआरएस नगर, गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा सराभा नगर, श्री सुखमणि साहिब दुगरी, अर्बन स्टेट श्री सिंह सभा, गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा साउथ सिटी और पक्खोवाल भाई बाला जी गुरुद्वारा साहिब के सभी हॉलों की बुकिंग काफी महीने पहले ही हो चुकी है। इनमें एक समय में 2 से 3 जोड़ों की शादी कराने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। लुधियाना के प्रत्येक गुरुद्वारे ने रागी जत्थों को सभी के अलग-अलग समय बांटकर बुलाया है ताकि तय वक्त में ही आनंद फेरे की रस्में आसानी से पूरी करवाई जा सकें। बीआरएस नगर गुरुद्वारा सिंह सभा के प्रधान सतपाल सिंह ने बताया कि शादी के मौके पर भीड़ ज्यादा होने के कारण हर जोड़े को सिर्फ एक घंटे की विंडो दी गई है। दोनों एसी हॉल फुल बुक हैं और अन्य गुरुद्वारों से रागी जत्थे मंगवाए गए हैं, ताकि सभी शादियां तय वक्त पर हो सकें।