दलितों की जमीन पर माफिया का बुलडोजर:हथियार दिखा 100 बीघा पर कब्जा, हजारों पेड़ काटे, वन भूमि पर भी कब्जा, अप्रूव्ड बता बेच रहे

अलवर के चांदोली (जिंदोली सुरंग के पास) गांव में पहाड़ों के बीचों बीच यूपी के एक भूमाफिया का बुलडोजर दलितों की जमीन पर रुक नहीं रहा। 20 से 30 बीघा जमीन खरीदकर करीब 100 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया। जिसमें वन भूमि भी शामिल है। यही नहीं इस पूरी जमीन से हजारों पेड़ काट लिए। इसी जमीन का एक साल पुराना फोटो देखेंगे तो दंग रह जाएंगे। पहले इस जमीन पर इतने पेड़ थे कि पैदल नहीं निकल पाते थे। अब उसी जमीन पर अवैध फॉर्म बना दिए और अप्रूव बता बेचा जा रहा है। गुरुवार शाम को दलित परिवारों ने अतिक्रमण वाली जमीन पर पहुंचकर पूरी कहानी बयां की। इसके बाद SDM तक मामला पहुंचा तो वो भी अचंभित रह गए। खुद एसडीएम की रिपोर्ट में सामने आ गया कि 80 बीघा से अधिक कब्जा है। पूरा अवैध निर्माण है। यही नहीं जोहड़ को बंद कर दिया और एनिकट काट कर रास्ते बना लिए। अब इस पूरे अवैध साम्राज्य को ध्वस्त करने की तैयारी शुरू हो गई है। अवैध कब्जे के मामले में एक मुकदमा (FIR – 65/2025) भी दर्ज है। लेकिन पुलिस अफसरों ने मुस्तैदी से जांच पूरी नहीं की। जिसके कारण माफिया का कब्जा बढ़ता गया। जबकि पटवारी व तहसीलदार की मौन मिलीभगत से माफिया बेखौफ जेसीबी चलाता रहा। हथियार दिखा बदमाश डरा रहे ग्रामीण घनश्याम ने बताया कि 1974 में गांव के काफी लोगों को सरकार ने जमीन आवंटित की थी। अब उनकी जमीन पर बी लाल अली नाम का व्यक्ति कब्जा करने में लगा है। बी लाल ने कुछ जमीन खरीदी है। बाकी बीच में किसी की जमीन आ जाती है तो उस पर कब्जा कर लेते हैं। कोई रोकने आता है तो इनके बाउंसर व गुंडे हथियार लेकर धमकाते हैं। यहां 70 से 80 बीघा जमीन रोक ली है। ये फर्जी कागजात भी बना लेते हैं। 30 साल पहले मरे व्यक्ति की फर्जी रजिस्ट्री करा ली बीलाल नाम के व्यक्ति ने 30 साल पहले मर चुके चंदू व्यक्ति के नाम से जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करा ली। यह मामला सामने आ गया। उसके बावजूद किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसी तरह कई किसानों पर दबाव बनाकर उनकी जमीन 90 हजार रुपए बीघा के हिसाब से खरीद ली। बहुत से लोगों की जमीन पर कब्जा कर लिया। ये तो पूरी जमीन पर चारदीवारी कर देते हैं। दो-चार गांव के दलाल पकड़ रखे हैं। उनसे जानकारी लेते हैं और फर्जी कागज बना कर जमीन हड़प लेते हैं। 35 बीघा जमीन खरीद, बाकी पर कब्जा ग्रामीण रविेंद्र का कहना है कि यह सबके सामने है। यहां करीब 35 बीघा जमीन खरीदी है। बाकी जमीन पर कब्जा किया हुआ है। ये सब अफसरों को पैसे देता है। वरना ऐसे जमीन पर कब्जा नहीं हो सकता है। वन भूमि की जमीन पर भी कब्जा है। इसके साथ झगड़ा करते हैं तो पुलिस आ जाती है। ग्रामीण खुद की जमीन पर कब्जा करने की शिकायत करते हैं तो पुलिस आती नहीं है। अब्दुल के परिवार की 14 बीघा जमीन कब्जा ली अब्दुल ने कहा कि उसकी 14 बीघा जमीन है। पूरी जमीन पर कब्जा कर लिया। यहां आते हैं तो इनके बदमाश भगा देते हैं। ये लगातार बाउंड्री देने में लगे हैं। पुलिस को शिकायत कर चुके हैं। कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार व पटवारी को खूब शिकायत कर चुके हैं। अब इसने सबकी जमीन को कब्जे में कर लिया। रात को ही पेड़ उखाड़ देते हैं। एक रात में चार-चार जेसीबी चलती है। पूरी जमीन से पेड़ ही हटा दिए। जोहड़ व एनीकट काट दिए बुजुर्ग भंवरमल ने कहा कि जोहड़ी के चारों तरफ उनकी 7 बीघा जमीन थी। जो 1974 में अलॉट हुई थी। अब यपूी के व्यक्ति ने आकर जमीन पर कब्जा कर लिया। जोहड़ भी बंद कर दिया। एनीकट भी काट दिए। युवक सुनील कुमार ने बताया कि हमारे दादा के नाम से जमीन अलॉट हुई थी। यहां बीलाल नाम के व्यक्ति ने फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराई है। उसके आधारपर कब्जा करते गए। इस मामले में हमने मुकदमा भी विजय नगर थाने में रिपोर्ट कर चुके हैं। जिसकी पुलिस जांच कर रही है। रातोंरात जमीन पर कब्जा करते हैं। अब बड़ी जमीन कब्जा ली है। बराबर दीवार दे रहे हैं। हम तहसीलदार, एसडीएम व एडीएम को शिकायत कर चुके हैं। हमारो खसरा 2553, 2545 व 2546 जमीन पूरी कब्जा ली। हम दलित हैं। अफसरों को अवगत कराने के बाद कुछ नहीं कर रहे। अलवर SDM यथार्थ शेखर का कहना है कि अवैध कब्जा होने का पता चलते ही तुरंत बाद पटवारी को पुलिस के साथ अवैध निर्माण रुकवाने भेजा है। पेड़ भी काटने की सूचना है। अवैध निर्माण को भी नियमानुसार तोड़ा जाएगा। जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है।

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