पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद अब मैदानी इलाकों में भी सर्दी लौट आई है। इस सीजन में पहली बार सर्दी का असर देखने को मिल रहा है। अब शहर से लेकर गांव तक लोग ऊनी कपड़ों से लदे हुए दिख रहे हैं।
ठिठुरन बढ़ने से महज 4 दिनों में ही दिन का पारा 5 डिग्री तक गिर गया। वहीं रात का पारे में भी 4 डिग्री तक गिरावट आई है। मंगलवार को बाड़मेर का अधिकतम पारा 25.6 और न्यूनतम 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने प्रदेश में शीत लहर की चेतावनी जारी की है। माैसम में बदलाव के साथ ही शीत लहर का दौर शुरू हो गया है। इससे अब दिन में भी ठंडी हवा चल रही है। सर्दी बढ़ने के साथ ही अब लोग घरों से ऊनी कपड़े पहन कर बाहर निकल रहे हैं। इस सीजन में पहली बार सर्दी ने दस्तक दी है। लंबे समय से किसान सर्दी का इंतजार कर रहे थे, लेकिन तापमान 30 डिग्री से बाहर था। अब पिछले 4 दिनों में दिन का पारा 30.6 डिग्री से लुढ़क कर 25.6 डिग्री पहुंच गया है। 4 दिनों में 5 डिग्री तापमान में कमी रिकाॅर्ड की गई है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में तेज शीत लहर की चेतावनी दी है। ऐसे में न्यूनतम पारा सिंगल डिजिट में पहुंचेगा। बाजार में भी ऊनी कपड़ों की दुकानों पर सुबह से लेकर शाम तक भीड़ नजर आने लगी है। महिलाएं, युवा, बच्चे और बुजुर्ग भी ऊनी कपड़ों की खरीदारी कर रहे हैं। इस बार सर्दी ने देरी से दस्तक दी है। अब तक मौसम सामान्य था। अचानक सर्दी की एंट्री होने से जिला अस्पताल में भी मरीजों की तादाद बढ़ गई है। रबी की फसलों के लिए वरदान बनी सर्दी नवंबर में रबी की बुवाई शुरू हो गई, लेकिन सर्दी ने दिसंबर में दस्तक दी है। करीब एक माह देरी से आई सर्दी की वजह से रबी की फसलों को बुवाई कर चुके किसान काफी खुश नजर आ रहे हैं। किसान काफी समय से सर्दी पड़ने का इंतजार कर रहे थे। सर्दी नहीं पड़ने से जीरा, ईसबगोल, रायड़ा व अन्य फसलों के अंकुरण में काफी परेशानी आ रही थी। सबसे ज्यादा जीरे की फसल को लेकर किसान इस बार परेशान दिखे। सर्दी नहीं पड़ने की वजह से 20 दिन तक जीरा अंकुरण ही नहीं हुआ। अब सर्दी पड़ने से जीरे की फसल को फायदा होगा। अब आगे क्या: 16 से शीत लहर और तेज होगी शीत लहर की एंट्री के साथ ही अगले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट होने की संभावना है। इससे न्यूनतम पारा सिंगल डिजिट में पहुंचने के साथ ही शीत लहर तेज होगी। 16 दिसंबर के बाद न्यूनतम पारा 6-7 डिग्री तक पहुंच सकता है। सर्दी में बच्चों और बुजुर्गों को बचाव रखने की सलाह है।