चित्तौड़गढ़ जिले में गर्मी ने एक बार फिर लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। अप्रैल महीने की शुरुआत के साथ ही मौसम ने करवट बदली है और तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। शनिवार को चित्तौड़गढ़ का अधिकतम तापमान 40.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
शुक्रवार को यह आंकड़ा 40.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम और 23.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम रहा था। यानी एक दिन में ही न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि अधिकतम तापमान लगभग स्थिर बना हुआ है। आंधी का असर खत्म, गर्मी का दबदबा
दो दिन पहले आई आंधी और हवाओं ने कुछ हद तक मौसम को राहत दी थी, जिससे तापमान में थोड़ी नरमी देखी गई थी। लेकिन शनिवार को इन प्रभावों का कोई असर नजर नहीं आया। मौसम फिर से पूरी तरह सूखा और गर्म हो गया है। आसमान साफ है और सूरज की किरणें सीधे धरती पर पड़ रही हैं, जिससे धूप तेज और झुलसाने वाली महसूस हो रही है। रविवार से फिर चढ़ेगा पारा
मौसम विभाग के अनुसार रविवार से तापमान में और बढ़ोतरी होने की संभावना जताई जा रही है। जिले में दिनभर गर्म हवाएं चलने की संभावना है और शाम तक लू जैसे हालात बन सकते हैं। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि अब गर्मी का असली दौर शुरू हो चुका है और आने वाले दिनों में राहत की उम्मीद कम है। 14-15 अप्रैल से नया स्पेल, गर्मी में और इज़ाफा
मौसम विभाग ने 14 और 15 अप्रैल को नया गर्मी का स्पेल शुरू होने की चेतावनी दी है। इस दौरान तापमान में और तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। संभावना है कि अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच सकता है। यह स्पेल खासकर खेतों में काम कर रहे किसानों, निर्माण कार्यों में लगे श्रमिकों और स्कूली बच्चों के लिए चिंता का कारण बन सकता है। गर्मी का असर जनजीवन पर
जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है, वैसे-वैसे इसका असर आम जनजीवन पर भी स्पष्ट दिखाई देने लगा है। दोपहर के समय बाजारों में भीड़ कम हो जाती है। लोग जरूरी कामों को सुबह या शाम के समय निपटाने लगे हैं। गर्मी के कारण स्कूली बच्चों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई स्कूलों ने पहले ही बच्चों के पीने के पानी की व्यवस्था सुदृढ़ कर ली है और धूप से बचाने के लिए छात्रों को कैप पहनकर आने की सलाह दी है।