अमृतसर | 13 अप्रैल को विश्व पगड़ी दिवस पर सारागढ़ी चौक पर “अकाल पुरख की फौज’ संस्था ने विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर उन युवाओं को प्रेरित किया गया जो सिखी से दूर हो चुके हैं या दस्तार नहीं पहनते। उन्हें दस्तार सजाकर सिखी के परिवार में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया। दस्तार और केस को सिखी से अलग नहीं किया जा सकता। यह सिख की पहली और अलग पहचान हैं। दस्तार सिख की आन, बान और शान है। अमृतसर के कन्वीनर हरप्रीत सिंह ने पू रे कार्यक्रम की देखरेख की।