लुधियाना|शनिगांव के शनि मंदिर में गुरु शून्य प्रभु के प्रवचन और शनिदेव की आरती के साथ श्रद्धा का माहौल बना। गुरुजी ने सीखने की ललक को सफलता की असली चाबी बताया। उन्होंने एक प्रेरणादायक कहानी सुनाई गांव के दो युवक शहर में व्यापार करने गए। दोनों ने एक साथ शुरुआत की, पर एक को घाटा और दूसरे को मुनाफा हुआ। जब घाटे में गया युवक कारण जानने दूसरे के पास गया, तो उसने बताया कि वह हर परेशानी और दूसरों की गलतियों से कुछ न कुछ सीखता है, जो उसे सतर्क और सफल बनाता है। गुरुजी ने कहा कि अति आत्मविश्वास इंसान को नीचे गिराता है, जबकि सीखने की प्रवृत्ति उसे ऊंचाइयों तक पहुंचाती है। प्रवचन के बाद भक्तों ने शनिदेव की आरती की और आशीर्वाद प्राप्त किया।