सरगुजा संभाग में उत्तरी शीतलहरों के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सरगुजा के मैनपाट में लगातार दूसरे दिन न्यूनतम तापमान 3 डिग्री दर्ज किया गया। संभाग के मैनपाट, सामरीपाट में गुरूवार सुबह पाले की चादर बिछी दिखी। मैदानी इलाकों में भी ओंस की बूंदे जमने लगी हैं। अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान गिरकर 6.0 डिग्री पहुंच गया है। बलरामपुर में ठंड से युवक की मौत हो गई। वह रात को बिना गर्म कपड़ों के खुले में सो गया था। सरगुजा संभाग में नवंबर माह में रिकार्ड ठंड के बाद दिसंबर में मौसम साफ होते ही सर्द हवाओं का असर दिखने लगा है। पिछले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 6.5 डिग्री की गिरावट आई है। बुधवार के बाद गुरूवार को न्यूनतम तापमान में और गिरवाट आई है। उत्तरी शीतलहरों के कारण पाट से लेकर मैदानी इलाकों तक कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बलरामपुर में ठंड से युवक की मौत
बलरामपुर जिले के चलगली में राजेंद्र पंडो (45) की ठंड लगने से मौत हो गई। बीती रात वह पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने गया था, जहां उसने शराब पी ली थी। रात को घर वापस आने के दौरान वह सड़क किनारे सो गया। राजेंद्र पंडो ने सिर्फ बनियान व गमछा पहना हुआ था। रात में कड़ाके की ठंड में हाइपोथर्मिया का शिकार होने से उसकी मौत हो गई। मैदानी इलाकों में भी गिरा न्यूनतम तापमान
सर्द हवाओं के कारण मैदानी इलाकों में भी लगातार न्यूनतम तापमान गिरा है। सोमवार को अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री दर्ज किया गया था। मंगलवार को न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्री व बुधवार को न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री दर्ज किया गया था। गुरूवार को अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है। पाट क्षेत्रों में पाले की चादर
सरगुजा के मैनपाट में बुधवार के बाद गुरूवार को भी न्यूनतम तापमान 3 डिग्री दर्ज किया गया है। तेज हवाएं कम होने के बाद गुरूवार को मैनपाट में पाले की चादर बिछी दिखी। पत्तियों एवं घास में बर्फ जमी हुई थी। मैनपाट के साथ ही बलरामपुर जिले के सामरीपाट, जशपुर जिले के पंड्रापाट एवं कोरिया जिले के सोनहत में बुधवार सुबह पाले की चादर घास एवं पुआल में जमी दिखी। स्कूलों का समय बदलने से राहत
सरगुजा संभाग में कड़ाके की ठंड को देखते हुए बलरामपुर एवं एमसीबी व सूरजपुर जिलों में नवंबर माह में ही सुबह की पाली के स्कूलों का समय बदल दिया गया था। वहीं सरगुजा जिले में कलेक्टर विलास भोस्कर ने बुधवार को स्कूलों का समय बदलने का आदेश जारी कर दिया है। इससे बच्चों को राहत मिली है। कड़ाके की ठंड का असर बच्चों एवं बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है एवं बच्चे बीमार हो रहे हैं। अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र में नवंबर के अंतिम सप्ताह में कड़ाके की ठंड को देखते हुए सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था की गई थी। निगम कर्मियों की हड़ताल के कारण अलाव की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। जारी रहेगा शीतलहरों का असर
मौसम वैज्ञानी एएम भट्ट ने बताया कि सरगुजा संभाग में विक्षोभों के मंद पड़ने से उत्तरी सर्द हवाओं का प्रवेश तेजी से होने लगा है। इसके कारण फिर से न्यूनतम तापमान गिरा है। सर्द हवाओं का असर जारी रहेगा। आने वाले दिनों में न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में और गिरावट आ सकती है। संभाग में गुरूवार को दर्ज न्यूनतम तापमान अंबिकापुर में दर्ज न्यूनतम तापमान