बुधवार से शुरू हुआ एमपी पीएससी अभ्यर्थियों का धरना शनिवार देर रात तक भी जारी रहा। चौथे दिन भी 2 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी दिनभर डटे रहे। एक हजार अभ्यर्थी रातभर मौजूद रहे। सागर, जबलपुर, भिंड, मुरैना व अन्य जिलाें से भी 400 से ज्यादा अभ्यर्थी पहुंच गए हैं। वहीं, गुरुवार रात से आमरण अनशन पर बैठे अभ्यर्थी अरविंद सिंह भदौरिया की हालत शनिवार को बिगड़ गई और वे बेहोश हो गए। आसपास मौजूद अभ्यर्थी और यूनियन के पदाधिकारियों ने उन्हें संभाला, जिसके बाद उन्हें ड्रिप चढ़ाई गई। अरविंद के साथ स्टूडेंट लीडर राधे जाट भी आमरण अनशन पर हैं। काेई रातभर पढ़ रहा, काेई पीएससी काे कोस रहा
अभय कुमार ग्वालियर से यहां पहुंचे हैं। वे कहते हैं कि राज्य सेवा परीक्षा-2023 व 2024 दे चुका हूं। लेकिन 23 का रिजल्ट नहीं आया। अदिति 3 दिन से यहीं डटी हैं और रात में अपनी साथियों के साथ 3 बजे तक पढ़ाई करती हैं, फिर बारी-बारी से नींद लेते हैं। पीएससी हमारा कॅरियर बर्बाद कर रहा है।