प्रतापगढ़ के धरियावद में शुक्रवार रात को वन विभाग ने एक लेपर्ड को रेस्क्यू किया। पिछले 15 दिनों से धरियावद के गांव पाटलाव बावड़ी के केवट फल्या में लेपर्ड द्वारा मवेशियों के शिकार से आमजन परेशान थे। इससे ग्रामीणों ने दहशत का माहौल था। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की ओर से पिंजरा लगाया गया था। क्षेत्रीय वन अधिकारी रेंजर धरियावद रामलाल ने बताया-15 दिन पहले ग्रामीणों से सूचना मिली थी कि लेपर्ड उनके क्षेत्र में मवेशियों का शिकार कर रहा है। जिस पर तुरंत गांव में पिंजरा लगा दिया गया। इसके बाद टीम पिंजरे की निगरानी करती रही। 25 अप्रैल की रात 11:30 बजे लेपर्ड के पिंजरे में आने की सूचना मिली। इस पर टीम मौके पर पहुंची और उसके सेहत का परीक्षण किया गया। इसके बाद लेपर्ड को रेंज ऑफिस प्रतापगढ़ लेकर आया गया। जहां पशु चिकित्सक डॉ. प्रदीप द्वारा उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। नर लेपर्ड पूरी तरह से स्वस्थ था। इसकी उम्र करीब 5 साल थी। इसके बाद शुक्रवार रात को उपवन संरक्षक हरिकिशन सारस्वत के निर्देश पर लेपर्ड को वनखंड आराम पूरा के घने जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया। इस दौरान रेस्क्यू टीम में सहायक वनपाल महेन्द्र चौहान, वनरक्षक मोड सिंह, जयकिशन लोहार, प्रभुलाल अमलात तथा ग्रामवासी लालूराम मीणा शामिल रहे।