छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत एक बुजुर्ग की मौत हो गई। पुरी, कोणार्क और भुवनेश्वर दर्शन के लिए गए 65 वर्षीय कन्हैया लाल पुरी की झाड़सुगुड़ा रेलवे स्टेशन पर मौत हो गई। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले से 17 अप्रैल को 135 तीर्थयात्रियों का दल रवाना हुआ था। झाड़सुगुड़ा रेलवे स्टेशन पर कन्हैया लाल की तबीयत अचानक बिगड़ गई। यात्रियों ने रेलवे और संबंधित अधिकारियों को कई बार सूचित किया। स्टेशन पर न तो डॉक्टर उपलब्ध कराया गया और न ही कोई आपातकालीन सुविधा दी गई। समय पर चिकित्सा सहायता नहीं मिलने से यात्री की मौत हो गई। समय पर इलाज नहीं मिलने से यात्री की मौत यात्रियों का आरोप है कि यात्रा में पर्याप्त मेडिकल सुविधा नहीं थी। आपात स्थिति के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। समय पर इलाज मिलता तो कन्हैया लाल की जान बचाई जा सकती थी। तीर्थयात्रियों ने मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना में लापरवाही के लिए प्रशासन से जवाबदेही की मांग की है। इस घटना से यात्री दल में आक्रोश है।