मरीजों का सौदा: पैसे लेकर निजी अस्पताल को मरीज दे रहे एंबुलेंस चालक, ड्राइवर बोला-12 हजार लेते हैं

गंभीर मरीजों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया जा सके, इसके लिए सरकार ने 108 एंबुलेंस सेवा शुरू की है। लेकिन इन एंबुलेंस के चालक मरीजों का सौदा कर रहे हैं। वे पैसे लेकर मरीज को निजी अस्पताल पहुंचा रहे हैं। दैनिक भास्कर के रिपोर्टर ने जब खुद को एक निजी अस्पताल का मैनेजर बताकर रिम्स के सामने 108 एंबुलेंस चालकों से बात की तो चौंकाने वाला सच सामने आया। रिपोर्टर के पैसे देने की पेशकश करते ही वह तुरंत मरीज को निजी अस्पताल पहुंचाने पर राजी हो गया। चालकों ने कहा- निजी अस्पताल प्रति मरीज 10 से 12 हजार रु. देते हैं। आप कितना देंेगे? । भास्कर रिपोर्टर की एंबुलेंस चालकों से बातचीत से जानिए पूरा सच… एंबुलेंस नंबर: जेएच01एफएल-8617 5000 की पेशकश पर कहा-फोन करके बताएंगे रिपोर्टर: भाई, ड्राइवर हो, थोड़ा सुनो न… चालक (राहुल सोनी): बताइए… रिपोर्टर: भाई हम प्राइवेट अस्पताल से हैं, नया-नया अस्पताल खुला है। चालक: कहां पर है? रिपोर्टर: कांके से रिंग रोड़ चढ़ोगे और आईटीबीपी की ओर बढ़ोगे तो आधे किलोमीटर में दाएं हाथ की तरफ। चालक: नंबर-उंबर दीजिए। क्या देते हैं एक मरीज का। रिपोर्टर: क्या चल रहा है आपलोग का? हम अभी नया-नया ज्वाइन किए हैं, बहुत हमको आइडिया नही है। बताइए बाकी प्राइवेट हॉस्पिटल कितना देता है? चालक: देखिए कल एगो हॉस्पिटल, रातू के आगे कौन सा चौक है, वहीं से बात हुई है। वह हॉस्पिटल 12 हजार देने को तैयार है। दो-तीन और अस्पताल है जो 10 हजार देता है। आप कितनी दीजिएगा। रिपोर्टर: एकदम फिक्स? चालक: हां, लेकर गए पेशेंट, पहले 5 हजार… फिर मरीज भर्ती होते ही और 5 हजार दे देता है। रिपोर्टर: हमलोग का नया अस्पताल है, बजट कम है लेकिन 5 हजार तक देंगे प्रति मरीज। एक-दो मरीज दीजिए उसके बाद हमलोग भी रेट बढ़ाएंगे। 5 से शुरू करेंगे तो चलेगा न? चालक: हां ठीक है, चलेगा। ठीक है फोन करेंगे जैसा होगा। बस पैसे दीजिए…मरीजों की भरमार लगा देंगे रिपोर्टर : भाई, मैं निजी अस्पताल का मैनेजर हूं। तुम्हारी मदद चाहिए। चालक (कुर्बान) : कौन अस्पताल? रिपोर्टर : इरबा में नया हॉस्पिटल खुला है, वहीं से… हॉस्पिटल में हर तरह का इलाज होता है। एक्सीडेंट का, न्यूरो- गायनी का, सब तरह का। चालक: आयुष्मान से इलाज है? रिपोर्टर : हां, राजीव नाम है मेरा। चालक: कार्ड दे दीजिए, फोन करेंगे। रिपोर्टर : कार्ड नही है, नंबर दे रहे हैं। चालक : अभी अर्जेंट है, जा रहे हैं, साढ़े 4 बजे तक कॉल करेंगे। रिपोर्टर : भाई टारगेट मिला है, आज ही हर हाल में पांच एंबुलेंस वालों से लाइनअप करना है। अभी बता दो न… अच्छा रहेगा? चालक : अरे भैया हम दे रहे हैं न पांच लोग आपको… आयुष्मान है न, तो मरीजों की भरमार लगा देंगे। शाम 5 बजे: उसी चालक से बातचीत चालक: हैलो, हां भैया बोलिए। रिपोर्टर: राजीव बोल रहे हैं, कहां हैं? चालक: हां, बोलिए न… प्रति मरीज आप लोग परसेंटेज कैसे देते हैं? रिपोर्टर : आप लोग ही बताइए। चालक: मरीज भर्ती हुआ और 5000 रु. मिल जाता है। कई अस्पताल बिलिंग के आधार पर पैसे देता है। 50 हजार की बिलिंग हुई तो 20 हजार दे दिया। जांच कराकर कार्रवाई करेंगे एंबुलेंस नंबर: जेएच 01 एफएल-0682

FacebookMastodonEmail

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *