जोधपुर रेंज की स्पेशल साइक्लोनर सेल ने मादक पदार्थ तस्करी के 40 हजार के इनामी आरोपी हनुमान राम पुत्र जावरा राम निवासी गिड़ा जिला बालोतरा को गिरफ्तार किया है। उसके साथी आरोपी जुगताराम राम उर्फ जीतू पुत्र भंवरलाल निवासी पदमपुरा फलसूंड को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपी शगुन देखकर घर से निकलता था, लेकिन पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग जगह पर फरारी काट रहा था। आरोपी को पकड़ने के लिए करीब 4 महीने से पुलिस टीम पीछे लगी थी। गिरफ्तार हनुमानराम सरकारी टीचर का बेटा है, जबकि उसका भाई मुंबई में एक कंपनी में इंजीनियर है। तांत्रिक से बनवाया जादुई कड़ा आईजी विकास कुमार ने बताया कि टीम की ओर से ऑपरेशन कपिल शर्मा चलकर सरगना हनुमान राम और उसके साथी जुगताराम को गिरफ्तार किया है। हनुमान राम शगुन देखकर ही घर से निकलता था। आरोपी ने करीब डेढ़ साल पहले एक बाबा से उज्जैन में कड़ा बनवाया था। जिसे तांत्रिक ने यह कह कर दिया कि इसे पहनने से उसे पुलिस पकड़ नहीं पाएगी। 1 साल पूरा होने पर आरोपी कड़े को सिद्ध करवाने के लिए 5 दिन पहले दोबारा उज्जैन बाबा के पास पहुंचा, लेकिन वहां उसे पता चला कि उस बाबा की मौत हो चुकी है। इस पर आरोपी ने उसके शिष्यों से बात की, तो शिष्यों ने बताया कि कुछ दिनों की पूजा के बाद कड़ा सिद्ध करके दिया जाएगा। ऐसे में आरोपी को डर लगने लगा कि अब पुलिस उसे पकड़ लेगी। इसलिए वह अपने एक साथी के साथ 2 दिन पहले कोटा की एक कोचिंग सेंटर में नीट की तैयारी कर रही बेटी से मिलने गया और उसके बाद जोधपुर में एक शादी समारोह में हिस्सा लेने के लिए आ रहा था। इसकी भनक लगने पर साइक्लोनर सेल ने उसे जोधपुर सीमा कापरड़ा थाने के पास पास दबोच लिया। आरोपी ने कोरोना काल में 4 महीने में तस्करी कर 40 लाख रुपए कमाए। आरोपी राजस्थान के हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर में डोडा-पोस्त की सप्लाई करता था। इसके लिए जुगताराम के साथी के साथ तस्करी का काम करता था। आरोपी ने उज्जैन में एक बाबा से हाथ का कड़ा बनवाया था। जिसे एक साल की वैद्यता के साथ सिद्ध करवाया गया था। इसी कड़े को वापस बनवाने के लिए आरोपी उज्जैन गया था। जब आरोपी बेटी से मिलने कोटा गया तो पुलिस टीम को इसका पता चला। टीम कोटा पहुंची तो उसके जोधपुर की तरफ आने की सूचना मिली। इस पर दूसरी टीम ने बर के पास से पीछा करना शुरू कर दिया। यहां जोधपुर सीमा में पहुंचने पर आरोपी को पकड़ लिया गया। आरोपी का पिता सरकारी टीचर और भाई इंजीनियर है। ऐसे देखता था शगुन आरोपी जब घर से तस्करी के लिए निकलता तो रास्ते में कोई पानी से भरी मटकी मिल जाती तो आगे बढ़ता, कोई पक्षी की आवाज आती तो वह आगे बढ़ता था। यदि ऐसा कुछ नहीं होता तो वह वापस घर लौट जाता।