नीट यूजी:टफ रहा पेपर, फिजिक्स में 2016 की तरह आए सवाल केमिस्ट्री में कैलकुलेशन और बायो के लंबे प्रश्नों में उलझे स्टूडेंट्स

देशभर के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए रविवार को राष्ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा नीट का आयोजन किया गया। दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक आयोजित इस परीक्षा के लिए स्टूडेंट्स दोपहर 10.30 बजे से ही सेंटर पहुंच गए थे। 11 बजे से एंट्री शुरू हुई। 1.30 बजे तक सभी स्टूडेंट्स ने सेंटर में प्रवेश ले लिया। इस बार भी सेंटर्स पर कड़ी चेकिंग देखने को मिली। डब्ल्यूआरएस स्थित केंद्रीय विद्यालय में तीन लेयर में चेकिंग हुई। पहले मेन गेट के पास पुलिस व स्कूल स्टाफ ने स्टूडेंट्स की चेकिंग की। लड़कियों की चोटी, लड़कों के शर्ट के कॉलर आदि को गौर से देखा गया। इसके बाद स्कूल के सिक्योरिटी गार्ड ने सेंसर से उनकी जांच की। फिर कक्षा प्रवेश करने से पहले भी उनकी आईडी व चेहरे का मिलान किया गया। इस बार छत्तीसगढ़ से 50 हजार से ज्यादा छात्रों ने आवेदन किया था। इनके लिए रायपुर के अलावा प्रदेश के विभिन्न शहरों में भी परीक्षा हुई। 27 एग्जाम सेंटर में 9240 पंजीकृत परीक्षार्थी थे। इनमें से करीब 8945 छात्र परीक्षा में शामिल हुए। एक छात्रा को नहीं मिला प्रवेश
राजधानी के बैरन बाजार स्थित शासकीय गर्ल्स पॉलिटेक्निक कॉलेज में भी नीट की परीक्षा आयोजित थी। यहां एक स्टूडेंट्स को समय पर नहीं पहुंचने की वजह से सेंटर पर अंदर नहीं आने दिया गया। छात्रा सुमन वर्मा का कहना था कि वह 1 बजकर 25 मिनट पर पहुंची थी। उसके बाद भी गेट बंद कर दिया गया। वह एक घंटे तक इसी आस में इंतजार करती रही कि शायद उसे सेंटर में प्रवेश मिलेगा, लेकिन अंत में वह घर लौट गई। एक्सपर्ट पैनल – इस बार हाई स्कोर करना कठिन
नीट-यूजी 2025 का पेपर पिछले सालों की तुलना में कठिन रहा। स्टूडेंट्स फीडबैक और एक्सपर्ट एनालिसिस के अनुसार फिजिक्स के सवाल काफी कठिन रहे। 2016 के पेपर में जिस तरह के प्रश्न फिजिक्स में पूछे गए थे, वैसे ही इस बार अतरंगी टॉपिक्स पर सवाल पूछे गए। केमिस्ट्री का पेपर लेंदी रहा, इसमें मल्टीपल करेक्ट ऑर्डर व कैलकुलेशन से जुड़े सवाल कई साल बाद पेपर में देखने मिला। इन सवालों ने स्टूडेंट्स का ज्यादा टाइम ले लिया। बायो का पेपर भी कठिन रहा। इसमें एसरसन रीजनिंग व स्टेटमेंट के प्रश्न ज्यादा पूछे गए। कुल मिलाकर इस बार पेपर टफ था। पिछले सालों की तुलना में इस बार हाई स्कोर करना स्टूडेंट्स के लिए कठिन होगा। कुणाल सिंह, रविकांत मौर्य, कोचिंग संचालक

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