अकाली दल सुधार आंदोलन से जुड़े वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा, श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश पर धार्मिक सेवा करने के लिए सिख समुदाय के चौथे तख्त श्री दमदमा साहिब पहुंचे। यहां उन्होंने तख्ती पहनकर और हाथ में बरछा पकड़कर तख्त श्री दमदमा साहिब के गेट पर खड़े होकर सेवादार के रुप में सेवा करने लगे। उनकी यह सेवा आज और कल दो दिन तक जारी रहेगी। इससे पहले उन्होंने नीले रंग का चोला पहना। उन्होंने एक घंटे तक कीर्तन श्रवण किया। अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींडसा ने तख्त श्री दमदमा साहिब के लंगर हॉल में बर्तन साफ करने की सेवा की। तबीयत खराब होने के कारण उन्होंने सिर्फ 10 मिनट तक बर्तन साफ किए। बाद में मीडिया से बात करते हुए सुखदेव सिंह ढींढसा ने कहा कि वह सेवा कर रहे हैं, लेकिन उनका शरीर उनका साथ नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि सिंह साहिबान का जो भी फैसला होगा, वह स्वीकार्य है। उनकी इच्छा है कि शिरोमणि अकाली दल के ढांचे को भंग कर दिया जाए। फिलहाल वे समन्वय कर रहे हैं और श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के आदेशों के अनुसार उन्हें लागू किया जा रहा है।