राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित सक्षम व्यक्तियों को स्वेच्छा से योजना से नाम हटवाने के लिए गिव-अप अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में अब तक 600 से ज्यादा लोगों ने अपना नाम हटाने के लिए आवेदन किया है। इसके लिए 31 जनवरी लास्ट डेट है। इसके बाद अगर किसी का नाम गलत मिला तो कार्रवाई होगी। विभाग का गिव-अप अभियान जिला रसद अधिकारी हेमंत आर्य ने बताया-अजमेर जिले में 4 लाख 12 हजार लोगों के नाम खाद्य सुरक्षा योजना में जुडे़ हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) में चयनित सक्षम व्यक्तियों के नाम स्वेच्छा से हटाने के लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने गिव-अप अभियान चला रखा है। इसका उद्देश्य अपात्र व्यक्तियों को चिह्नित कर योजना का लाभ सही पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाना है। प्रत्येक राशन की दुकान पर पोस्टर और फ्लेक्स लगाए है, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक इसकी जानकारी पहुंच सके। अभियान के तहत सभी राशन की दुकानों पर सक्षम व्यक्तियों के भरने के लिए फॉर्म रखवाए हैं। फॉर्म भरकर हटवाएं नाम उन्होंने बताया कि गिव-अप अभियान के तहत आयकरदाता, चौपहिया वाहन धारक, सरकारी कर्मचारी, अर्द्ध सरकारी कर्मचारी, स्वायत्त संस्थाओं में कर्मचारी एवं अधिकारी, एक लाख से अधिक वार्षिक पारिवारिक आय एवं परिवार में किसी सदस्य के पास ट्रेक्टर एवं एक वाणिज्यिक वाहन जो जीविकोपार्जन में प्रयोग आता हो को छोड़कर चार पहिया वाहन हो निष्कासन सूची में सम्मिलित है। सक्षम व्यक्ति अपने क्षेत्र के राशन दुकानदार के पास जाकर निर्धारित फॉर्म भरकर योजना से अपना नाम हटवा सकते हैं। स्वेच्छा से नाम हटाने का यह फॉर्म जिले की सभी राशन दुकानों पर उपलब्ध है। 31 जनवरी 2025 तक नाम नहीं हटाने वाले पात्रा और सक्षम व्यक्तियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही की जाएगी। ऐसे व्यक्तियों से उनके द्वारा लिए गए खाद्यान्न की बाजार दर लगभग 27 रुपए से वसूली की जाएगी। साथ ही, आवश्यक वस्तु अधिनियम के प्रावधानों के तहत कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।