पेड़ काटने के विरोध में उपायुक्त और वन प्रमंडल पदाधिकारी को ज्ञापन

भास्कर न्यूज | लोहरदगा जिले के समाहरणालय मैदान (डीसी ऑफिस के सामने) अज्ञात व्यक्ति के द्वारा लिप्टस (यूकेलिप्टस) के लगभग पांच पेड़ काट दिए गए। पूछने पर कोई परमिशन लेटर नहीं दिखाया गया। इसी के विरोध में सामाजिक विचार मंच के द्वारा गुरुवार को लोहरदगा के उपायुक्त डॉ. वाघमारे प्रसाद कृष्ण एवं वन प्रमंडल पदाधिकारी के कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौँपा गया। ज्ञापन में कहा गया है कि जब पेड़ कट रहे थे तो उक्त व्यक्ति से पूछा गया तो उन्होंने कहा कहां जाना है जाइए और शिकायत करते रहिए का जवाब दिया गया। इसकी शिकायत लोहरदगा वन प्रमंडल कार्यालय में मौखिक रूप से भी कर की गई थी। कहा गया सोचनीय बात यह है कि जब जिला मुख्यालय से लगभग 100 मीटर की दूरी पर बिना परमिशन के सरकारी ग्राउंड से पेड़ काट लिए जा रहे हैं, तो जंगलों में क्या होता होगा। एक तरफ सरकार कह रही है कि पेड़ बचाइए और यहां मुख्यालय के नाक तले पेड़ काट लिए जा रहे हैं और दूसरी तरफ शुरू से लिप्टस बागान के नाम से ये मैदान मशहूर रहा है, लेकिन आए दिन देखते-देखते पेड़ों की संख्या कम होती जा रही है। यह एक बड़ा प्रश्न है। इस पर मंच ने अपील किया है कि कल जो लगभग पांच लिप्टस के पेड़ काटे गए और सरकारी पेड़ को ट्रैक्टरों में लाद कर पता नहीं कहां ले जाया गया, जबकि सरकारी पेड़ को सरकारी गोदाम में होना चाहिए। इस पर त्वरित एवं कानूनी कार्रवाई की जाए। मंच ने निवेदन पूर्वक कहा कि यदि अभी ऐसे मामलों पर कार्रवाई नहीं होती है तो आए दिन ऐसे मनचले लोगों द्वारा अंधाधुंध पेड़ों की कटाई की जाएगी। ज्ञापन सौंपने वालों में सामाजिक विचार मंच के मुख्य संयोजक सागर वर्मा, संतोष केरकट्टा, संदीप भगत, राजकुमार यादव सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे। वहीं मंच के मुख्य संयोजक कवलजीत सिंह ने कहा है कि जो पांच पेड़ काटे गए हैं, वन विभाग यह सुनिश्चित करें कि वहां पांच नए पेड़ों के लिए पौधा रोपण हो और उनकी पूर्णत: देखभाल विभाग द्वारा की जाए।

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