काशी चाट के अमित शाह से राजनाथ तक दीवाने:15 फ्लेवर में मिलता है चटखारा, टमाटर वाले कुल्हड़ की सबसे ज्यादा डिमांड

काशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा के घाट से लेकर बनारसिया स्वाद… आप काशी आएं और कुछ भी छूटा तो ट्रिप अधूरी समझिए। इस शहर का दिल गोदौलिया है। यहां के स्वादिष्ट व्यंजन-पकवान भी दुनियाभर में अलग ही छाप छोड़ते हैं। हर दिन देश-विदेश से पहुंचने वाले विदेशी मेहमान काशी की मशहूर चाट चखने के लिए पहुंचते हैं। भास्कर की जायका सीरीज में आपको लिए चलते हैं, 60 साल पुराने काशी चाट भंडार पर। यहां के स्वाद का अलग ही स्वैग है। प्रसिद्ध काशी चाट भंडार में 15 तरह की चाट परोसने वाले इन हाथों में स्वाद का जादू है। इसे चखने के लिए इंतजार करने से गुरेज नहीं करते। दिल्ली, मुंबई के अलावा विदेशी मेहमान भी काशी की चाट खाने आते हैं। काशी चाट की शुरुआत करीब 60 साल पहले हुई थी। सबसे पहले इस कहानी को समझते हैं… काशीनाथ ने की थी शुरुआत
शहर की मशहूर दुकान की शुरुआत 60 साल पहले काशीनाथ केसरी ने की थी। काशीनाथ ने गोदौलिया पर पहले अस्थाई रूप से दुकान शुरू की। लोग काशी की चाट लेकर सड़क पर खड़े होकर खाते थे। वाराणसी आने वाले पर्यटकों को आलू चाट खिलाते थे। फिर उन्होंने प्रयोग शुरू किए। सबसे पहले टमाटर चाट बनाई। उनकी टमाटर चाट बनारस के लोगों को भा गई। फिर तो कारोबार में चार चांद लग गए। कारोबार बढ़ा तो दुकान का स्वरूप भी बदलता गया। अब दो मंजिला दुकान में एक समय में लगभग 100 लोग बैठ सकते हैं। 27 साल पहले बेटों को सौंपी बागडोर
बनारस की चटपटी काशी चाट की बागडोर 27 साल पहले काशीनाथ ने अपने तीन बेटे दीपक केसरी, राजेश केसरी और राकेश केसरी को सौंप दी। तीनों भाइयों ने दुकान में आलू चाट और टमाटर चाट के अलावा कई नए फ्लेवर तैयार किए। अब यहां पालक से लेकर मूंग, चूरा मटर, बास्केट चाट, पापड़ी और समोसा चाट भी परोसी जाती है। बदलते दौर में नए फ्लेवर ने ग्राहकों को आकर्षित किया। लोग एक दोना चाट के लिए दुकान तक दौड़े चले आते हैं। सावन समेत त्योहारी सीजन में लोगों को अपनी बारी के लिए आधा से एक घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। वहीं आम दिनों में औसतन प्रतिदिन 1000-1200 ग्राहक दुकान पर चाट का स्वाद लेने आते हैं। राजनेता से लेकर अभिनेता भी चाट के दीवाने
वाराणसी की इस काशी चाट भंडार पर आम से लेकर खास, राजनेता से लेकर अभिनेता, देशभर के कई फूड ब्लॉगरों का आना-जाना लगा रहता है। मशहूर शेफ संजीव कपूर भी काशी चाट के दीवाने हैं। पिछले दिनों वे दुकान पर चाट खाने आए थे। उन्होंने चाट की रैसिपी भी पूछी और स्वाद की तारीफ भी की। इसके अलावा देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे, पूर्व मंत्री नीलकंठ तिवारी समेत प्रदेश और केंद्र के तमाम राजनेता काशी चाट का स्वाद ले चुके हैं। हिन्दी और भोजपुरी फिल्मों के कई अभिनेता भी आ चुके हैं। साउथ के कई सेलिब्रिटी ने भी चाट की तारीफ की है। वाराणसी की काशी चाट का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बनारस से लेकर लखनऊ, कानपुर, नोएडा, दिल्ली और मुंबई तक पार्टियों में इस चाट की मांग होती है। केंद्र और प्रदेश सरकार के कई कार्यक्रमों में भी काशी चाट का काउंटर अक्सर नजर आ जाता है। सबसे ज्यादा टमाटर चाट और आलू टिक्की की बिक्री
काशी चाट भंडार पर सबसे ज्यादा आलू की टिक्की और टमाटर चाट की मांग है। देश-विदेश से आने वाला ग्राहक सबसे पहले टमाटर चाट ही ऑर्डर करता है। लजीज और चटपटी टमाटर चाट खाने वालों की दूसरी पसंद आलू टिक्की या पालक चाट भी होती है। काशी चाट का दहीबड़ा भी अन्य दुकानों से अलग है, क्योंकि इसका स्वाद इसकी रेसिपी में छिपा है। प्लास्टिक के बर्तन नहीं, कुल्हड़ में देते हैं चाट
टमाटर चाट और आलू टिक्की चाट के लिए प्रसिद्ध काशी चाट भंडार ने अपने 60 साल पुराने स्वाद और जायके को बरकरार रखा है। खास बात यह कि काशी चाट भंडार पर प्लास्टिक बर्तनों का प्रयोग नहीं होता। चाट को मिट्‌टी के कुल्हड़ में ही परोसा जाता है, जिससे इसका स्वाद कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे तैयार होती है टमाटर चाट
दुकान के संचालक राकेश केसरी ने बताया,’टमाटर चाट बनारस की कई मशहूर खानपान में एक है। इसे बनाना आसान है और स्वाद लाजवाब होता है। हमारी दुकान पर टमाटर चाट का खट्टा मीठा स्वाद आप कभी भूलेंगे नहीं। टमाटर को बड़ी मात्रा में अच्छे से धोकर बीज हटाकर बारीक करते हैं। कढ़ाई में देशी घी डालकर गरम करते हैं और मिर्च-मसालों के बीच पकाते हें। लो-मीडियम आंच पर उबालने के बाद आलू के साथ अच्छे से मिला देते हैं। इसके बाद आमचूर, दालचीनी, जीरा डालकर कढ़ाई में पकता रहता है। ग्राहकों को मिट्‌टी के कुल्हड़ में चाट मसाला, नमक पारे और हरा धनिया डालकर परोसा जाता है।’ बनारस में सबसे चटपटे गोलगप्पा
काशी चाट भंडार का गोलगप्पा भी बाकी जगहों से अलग है। विदेशों से आने वाले पर्यटकों को यहां के मशहूर व्यंजन सबसे ज्यादा पसंद आते हैं। जैसे दहीबड़े, पापड़ी-चाट, आलू-टिक्की, टमाटर चाट लेकिन इन सबसे अलग मांग पानी के बताशे या गोलगप्पा की है। गोदौलिया चौराहे से घाट के आसपास के इलाके में सबसे चटपटे गोलगप्पे भी काशी चाट भंडार पर मिलते हैं। स्थानीय महिला ग्राहकों से लेकर सैलानी तक इस खास गोलगप्पे का स्वाद लेते हैं। पीएम मोदी को टमाटर चाट खिलाने का अरमान
काशी चाट भंडार पर तीसरी पीढ़ी के उत्कर्ष केसरी की मानें तो काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद ग्राहकों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है। व्यापार दोगुना से अधिक बढ़ गया है। डिजिटल अपडेट पढ़कर भी सैकड़ों ग्राहक दुकान पर आते हैं। अब तक कई नेताओं को चाट खिला चुके हैं, लेकिन काशी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चाट खिलाने की इच्छा है। 2024 चुनाव में हम पीएम से काशी चाट भंडार आने की अपील करेंगे। कस्टमर रिव्यू… …………………………………………… जायका सीरीज में देखें और पढ़ें आगरा का स्वाद… श्रीराम पूड़ी…लोग लेते हैं चटखारा:सिर्फ 2 घंटे के लिए बंद होती है दुकान, छौंकी मिर्च के साथ मिलता है स्वाद बेमिसाल 25 रुपए में 5 पूड़ी…वो भी छौंकी हुई हरी मिर्च के साथ। इतने रुपए में पेट तो भर जाता है लेकिन मन नहीं। आलू की रसीली सब्जी के साथ पूड़ी खाने वालों का कहना है कि मन करता है कि खाए जाओ…बस खाए जाओ। जी हां, ऐसा ही श्रीराम पूड़ी वाले की पूड़ी का स्वाद। ये स्वाद 40 साल से वैसा ही बना हुआ है। तभी तो सुबह से देर रात तक पूड़ी खाने वालों की यहां लाइन लगी रहती है…(पढ़ें पूरी खबर)

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