पशु तस्करी में दागदार हुआ पत्रकारों दामन कुख्यात पशु तस्कर बल्लू ने लगाए गंभीर आरोप

पशु तस्करी में दागदार हुआ पत्रकारों दामन कुख्यात पशु तस्कर बल्लू ने लगाए गंभीर आरोप

बल्लू की काली डायरी खोलेगी काले कारनामों का राज

संतोष कुमार झा आर्यावर्त समाचार पत्र

अनूपपुर। सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में जिले में सनसनी फैला दिया है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर पत्रकारों और लोगों की तीखी प्रतिक्रिया आ रही है। सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में कुख्यात पशु तस्कर बल्लू रहमान ने यह बयान दिया है कि मुझ से पशु तस्करी निर्बाध रूप से संचालन के लिए कोतमा क्षेत्र के चार व अमलाई का एक कुल मिलाकर पांच पत्रकारों पर प्रति माह पैसे लेने का आरोप लगाया है। बताते चलें कि गत दिवस 1 जून को पुलिस द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में पशु तस्करों को पकड़े जाने और उन विरूद्ध मामला दर्ज होने का खबर दिया था।

यह था मामला

अवैध हथियार रखने तथा पशु तस्करी के फरार सरगना तथा उद्घोषित अपराधी को कोतमा पुलिस ने टीम बनाकर उत्तर प्रदेश और सतना से गिरफ्तार किया था। ज्ञात हो कि जिले भर में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी का अभियान चलाया जा रहा है। दिनांक 03 मई 2025 को मुखबिर सूचना पर कोतमा के गुरुकृपा ढाबे के पास अब्दुल रहमान उर्फ बल्लू के मकान से आरोपगण मुस्तहीफ खान तथा मोहम्मद नसीम के कब्जे  से एक पिस्टल और कारतूस जब्त की गई थी। माना ये जा रहा था कि उक्त पिस्टल लेकर तस्कर पशु तस्करी को अंजाम देने के आषय से जा रहे थे। उक्त मामले में आरोपीगण अब्दुल रहमान उर्फ बल्लू तथा उसका भाई वाजिद खान घटना दिनांक से फरार थे। उक्त आरोपियों द्वारा एक पिकअप में मवेशी भरवाकर ले जाने का  प्रयास किया जा रहा था जिस पर पशु क्रूरता अधिनियम तथा म.प्र. कृषि पशु परिरक्षण अधि. के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया था जिसमें भी आरोपी अब्दुल रहमान उर्फ बल्लू फरार था। आरोपी पर पुलिस अधीक्षक द्वारा दस हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। इसी क्रम में कोतमा पुलिस टीम के नेतृत्व में थाना कोतमा पुलिस के संयुक्त प्रयास एवं घेराबंदी से फरार पशु तस्कर अब्दुल रहमान उर्फ बल्लू तथा उक्त दोनों मामलों में संलिप्त अन्य आरोपी पशु तस्कर मोहित सिंह परिहार को गिरफतार किया गया है।

कथित पत्रकारों का दामन हुआ दागदार

पशु तस्कर के बयान जिसमें कुछ तथाकथित पत्रकार जिन पर पशु तस्करों से पैसा लेने का आरोप है ऐसे पत्रकार, पत्रकारिता जैसे पवित्र पेषे को बदनाम कर रहे हैं। अगर पशु तस्कर बल्लू के आरोपों में थोड़ी भी सच्चाई है, तो इसका खुलासा होना ही चाहिए। लोगों का यह मानना है कि पशु तस्कर से कड़ाई से पूछताछ करने पर पशु तस्करों की मदद करने वाले और कितने दागदार पत्रकार हैं, सफेद पोष और खाकीवर्दी वाले हैं इनका गठजोड समाज के सामने आना ही चाहिए। ताकि समाज के सामने दोहरे चेहरे बेनकाब हों।

क्या कहना है पत्रकारों का

कोतमा के पत्रकार रमाकांत शुक्ला ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि ‘‘छी ! ऐसी हराम की कमाई जो मूक पशुओं के कत्ल के कारोबार पर पर्दा डालने और उन्हें संरक्षण देने के लिए ली जाती रही हो, ऐसे दलालों के मुँह पर थूकता हूं। तुम घटिया तो हो यह तो मालूम था इतने नीच भी होंगे यह नहीं सोचा था।’’

कथित पत्रकार जिस पर आरोप लगाया है कि उस पर टिप्पणी करते हुए लिखा गया है कि ‘‘पशु तस्कर बल्लू ने जो आरोप लगाए हैं, उसे वह न्यायालय में सिद्ध करे और यदि पैसे का लेनदेन व फोन में बातचीत हो तो उसका प्रमाण सामने करें, ताकि न्यायालय पर सबको भरोसा है।’’

एक दैनिक अखबार के स्थानीय संपादक और अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले पत्रकार रामबाबू चौबे ने लिखा है कि ‘‘पशु तस्कर बल्लू का सनसनीखेज बयान आधा दर्जन पत्रकार कई भाजपा नेता पुलिस कर्मियों का लिया नाम पैसा लेकर दे रहे थे संरक्षण।’’

इनका कहना है

पूरे मामले में विधिवत जांच की जा रही है पशु तस्कर बल्लू रहमान के पास से कुछ दस्तावेज हिसाब किताब की डायरी उसके अकाउंट, फोन पे, गूगल पे की डिटेल्स के अलावा टेलीफोन के रिकॉर्ड भी मिले हैं जिनकी तस्दीक की जा रही है तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

मोतिउर रहमान पुलिस अधीक्षक अनूपपुर

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