जिले भर में एमआरपी से अधिक मूल्य पर बेची जा रही है शराब
अनुपपुर। वर्ष 2025-26 का समूचे जिले का अंग्रेजी और देसी शराब का ठेका एक ही फर्म व्यक्ति द्वारा लगभग 70 करोड रुपए में लिया गया है, उक्त ठेकेदार द्वारा जिले की हर अंग्रेजी, देशी दुकानों के सेल्समैनों को एक अप्रैल 2025 से स्पष्ट आदेश दे दिया है कि (मैक्सिमम रिटेल प्राइस) अधिकतम खुदरा मूल्य से 15 से 20ः अधिक मूल्य पर सभी ब्रांड की शराब बिक्री की जाय, उपभोक्ताओ और विक्रेताओं के बीच में कई बार छुटपुट झगडे भी हो चुके हैं, शराब बिक्री अधिक वसूली को लेकर कानून व्यवस्था भी दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है,जिला मुख्यालय सहित राजेंद्रग्राम, जैतहरी, अमलाई, बिजुरी, कपिलधारा, कोतमा, राजनगर, जमुना कोलरी,बरगवां,सहित अन्य स्थानों में अंग्रेजी शराब एमआरपी से अधिक मूल्य पर बेची जा रही है,जबकि अधिक कीमत पर कोई भी उत्पाद बेचना पूरी तरह गैर कानूनी है, मदिरा प्रेमियों के बीच इस बात को लेकर काफी असंतोष व्याप्त है, कई उपभोक्ताओं ने बातचीत में बताया कि इसके पूर्व कोई भी ठेकेदार एमआरपी से अधिक पैसा नहीं लिया गया, बल्कि एमआरपी से दो-तीन परसेंट ज्यादा शराब लेने पर डिस्काउंट दिया जाता था, लेकिन जिले में यह पहली बार ऐसा हुआ है, जिले के बिजुरी, कोतमा, राजनगर, अनुपपुर के उपभोक्ताओं ने सीएम हेल्पलाइन में 50 से अधिक शिकायत कर समाधान की मांग की है,कई बार अधिक पैसे लेने के कारण उपभोक्ताओं के द्वारा हंगामा किया गया,लेकिन स्थिति यह है कि इतने बड़े मामले को प्रशासन द्वारा दबाया जा रहा है, जिला आबकारी अधिकारी से भी शिकायत की गई है,पूरे जिले में शराब ठेकेदार अवैध वसूली को लेकर अपनी मनमानी कर रहा है, सूत्रों ने बताया कि डेढ़ से 200 रुपए प्रति बोतल अधिक पैसा वसूला जा रहा है,आखिरकार जिला आबकारी अधिकारी, प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी शराब ठेकेदार पर इतने मेहरबान क्यों है, सीएम हेल्पलाइन में सैकड़ो लोगों ने एमआरपी से अधिक पैसे लेने की शिकायत की है, इसके बाद भी प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं,पूरे जिले में शराब ठेकेदार द्वारा एमआरपी से अधिक पैसा वसूली का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है, जिले के कई सत्रों के उपभोक्ताओं जिला आबकारी अधिकारी तथा जिला कलेक्टर से शिकायत कर अधिक मूल्य वसूली पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।