राजस्थान में अगले साल 2025 में 30 हजार सफाईकर्मियों की भर्ती की जाएगी। उनके काम-काज की हर तीसरे महीने समीक्षा होगी। काम-काज सही से करने के बाद 2 साल बाद उन्हें स्थाई नियुक्ति दी जाएगी। वरना रिजर्व में जो है, सरकार उसे मौका देगी। यह बात गुरुवार को पाली के बांगड़ कॉलेज में UDH मंत्री और पाली जिले के प्रभारी मंत्री झाबरसिंह खर्रा ने कही। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि वाल्मीकि समाज की यह शिकायत थी कि सफाईकर्मी की नौकरी लेकर कई जने सफाई का काम नहीं करते और ऑफिस में दूसरे कामों में लग जाते है। उनकी इस शिकायत को दूर करने के लिए सफाईकर्मी भर्ती को निरस्त कर वर्ष 2025 में 30 हजार सफाई कमिर्यों की भर्ती निकाल रहे हैं। इसमें कुछ प्रावधान होंगे। इसके तहत 2 साल तक सफाईकर्मी को स्थाई नहीं किया जाएगा। हर तीसरे महीने उनके काम की समीक्षा होगी। दो साल तक वह सफाई का कार्य ईमानदरी और निष्ठा से करेगा तो ही उसे स्थाई करेंगे। वरना रिजर्व में रहने वाले को मौका देंगे। उन्होंने कहा- भाजपा सरकार प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर देना चाहती है। इसलिए अपने पहले ही साल में राइजिंग राजस्थान का आयोजन किया। इसमें प्रवासी राजस्थानियों के 35 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिले है। यह प्रस्ताव धरातल पर उतरें, इसके लिए नियमों में सरलीकरण करना पड़ेगा तो भी सरकार करेगी। सरकार अपने अगले 4 साल के कार्यकाल में इन प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने का प्रयास करेगी। सरकार का लक्ष्य है कि सरकारी क्षेत्र में 4 लाख और निजी क्षेत्र में 7 लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवायें। जिससे राजस्थान विकासशील राजस्थान से विकसित राजस्थान बन सके। प्रदेश की जीडीपी भी अगले तीन साल में दोगुना करने का लक्ष्य है। खर्रा ने प्रतियोगिता परीक्षाओं के पेपरलीक मामले पर कहा- भाजपा सरकार के राज में एक भी पेपरलीक का मामला सामने नहीं आया। गत सरकार के समय जो पेपरलीक मामले में शामिल थे। उनमें से 200 लोगों को जेल भेजा गया है। कानून व्यवस्था में सुधार किया। चिकित्सा क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए। प्रदेश सरकार ने किसान सम्मान निधि योजना में भी दो हजार रुपए की बढ़ोत्तरी की। दिव्यांग, विधवा पेंशन भी बढ़ाई। एक लाख स्वंय सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को लखपति दीदी योजना के तहत जोड़ा जा रहा है।