बीना और खुरई में ईसाई समाज के लोगों ने प्रभु यीशु का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया। सभी चर्चों में विशेष प्रार्थनाएं हुईं और इसके बाद केक काटा गया। बागथरी में बने चर्च में भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। बीना में प्रभु यीशु का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया बीना में ईसाई समाज ने प्रभु यीशु का जन्मोत्सव बुधवार को धूमधाम के साथ मनाया। शहर के सभी चर्चों में विशेष प्रार्थनाएं हुईं और फिर केक काटा गया। इसके बाद विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। सेंट जॉन्स चर्च में प्रार्थना के बाद पास्टर शैलेन्द्र कनासिया ने प्रवचन दिए और फिर केक काटा गया। पवित्र हृदय चर्च में देर रात प्रभु यीशु का जन्म गोशाला में हुआ और प्रार्थना की गई। सुबह प्रार्थना के बाद सांता क्लॉज ने बच्चों को टॉफी, गिफ्ट वितरित किए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। क्रिसमस के चलते सभी चर्चों की आकर्षक साज-सज्जा की गई थी। सेंट जॉन्स चर्च के कल गुरुवार को 120 साल पूरे होने पर सुबह 9.30 बजे विशेष आराधना होगी और खेलकूद का आयोजन होगा। खुरई में भी चर्चो में लोगों ने की प्रार्थनाएं क्रिसमस हंसी-खुशी का त्योहार है। इस दिन विश्व भर के चर्चों में प्रभु यीशु की जन्मगाथा की झांकियां प्रस्तुत की जाती हैं और गिरजाघरों में प्रार्थना की जाती है। इस दिन समाज के लोग एकत्रित होकर प्रभु यीशु का ध्यान करते हैं। ईसाई धर्मावलंबियों ने क्रिसमस पर्व धूमधाम से मनाया। खुरई के लूथरन चर्च परिसर को विद्युत साज सज्जा से सजाया गया है। इसी तरह खुरई के बागथरी गांव में बने चर्च में सुबह से ही लोग प्रार्थना करने के लिए पहुंचे। लूथरन चर्च के पास्टर अनिल मैथ्यू ने बताया कि खुरई का यह चर्च 100 साल से भी ज्यादा पुराना है। इस चर्च को अंग्रेजों ने बनाया था। आज के दिन विशेष प्रार्थना हुई। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों ने मोमबत्ती जलाकर प्रार्थना की। इसी तरह बागथरी गांव में करीब 44 साल पुराना चर्च बना हुआ है। क्रिसमस पर्व पर यहां भी लोग चर्च पहुंचे। जहां सभी लोगों ने प्रभु यीशु के सामने मोमबत्तियां जलाकर प्रार्थना की। चर्च में कई छोटे बच्चे सांता का रूप धारण किए हुए थे।