निगम के रिटायर्ड इंजीनियर को ठगने वाले गिरफ्तार:ग्वालियर पुलिस ने यूपी के फर्रुखाबाद से दो आरोपियों को पकड़ा

ग्वालियर में नगर निगम के रिटायर्ड इंजीनियर को 3.25 लाख की चपत लगाने वाले दो ठगों को माधौगंज थाना पुलिस ने उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए ठगों को हिरासत में लेकर पुलिस पता लगा रही है कि इसके अलावा उन्होंने और किस-किस के साथ ठगी की है। पुलिस अफसरों का मानना है कि पूछताछ के बाद कई और घटनाओं के खुलासे हो सकते हैं। यह है पूरा मामला मामले की जानकारी देते हुए माधौगंज थाना प्रभारी प्रशांत शर्मा ने बताया कि नारंगी बाई मंदिर के पास रहने वाले 64 वर्षीय सुरेन्द्र जैन पुत्र राजधर जैन नगर निगम से रिटायर्ड इंजीनियर हैं। रिटायरमेंट के बाद से ही वह अपना बिजनेस शुरू करने के लिए प्लानिंग कर रहे थे। काफी सोच-विचार के बाद उन्होंने मसाले का काम शुरू करने की योजना बनाई और हरेंद्र ट्रेडिंग के नाम से फर्म का रजिस्ट्रेशन कराया और मसाले के थोक व्यापारियों से संपर्क किया। शहर में थोक मसाले बेचने वालों से संपर्क करने के बाद कुछ कंपनियों के नंबर मिले, जिनसे भाव लेने के बाद उन्होंने ऑनलाइन मसाले कंपनियों की जानकारी निकाली और फोन पर संपर्क किया। इसी बीच उनकी बातचीत महाराष्ट्र की कंपनी देवेश ट्रेडिंग से हुई। उनके रेट सभी से उचित मिले तो उन्होंने बातचीत करना शुरू किया। कॉल आया और ऑनलाइन पेमेंट किया, लेकिन माल नहीं आया बातचीत तय होने के बाद कंपनी के कई अधिकारियों के उनके पास कॉल आए, जिसमें गगन कुमार, अमन कुमार और बीर बहादुर से उनकी बातचीत फाइनल हुई। इसके बाद उनके मांगने पर कंपनी ने अपना जीएसटी, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज उन्हें ऑनलाइन दिखाए। विश्वास होने पर उन्होंने ऑनलाइन पेमेंट कर दिया। लेकिन काफी समय बीतने के बाद माल नहीं आया। जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गए है। जिसके बाद उन्होंने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने उसकी शिकायत पर मामला दर्ज कर जानकारी जुटाई तो पता चला कि ठगी करने वाले गगन कुमार, अमन कुमार और बीर बहादुर यूपी के फर्रुखाबाद का रहने वाला है। पुलिस अफसरों ने सब इंस्पेक्टर के नेतृत्व में आरक्षक संतोष सिंह, जितेन्द्र तुरेले, जय सिंह और मुलायम को आरोपियों की तलाश में रवाना किया। जिस पर पुलिस ने दबिश दी तो पता चला कि आरोपी फरार है, लेकिन रुपए जिन खातों में ट्रांसफर हुए हैं उनके नाम सौरभ शर्मा और रामलखन है। इसका पता चलते ही पुलिस उन्हें दबोच लाई।

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