तेलीबांधा गार्डन को एडवेंचर जोन बनाने का मामला अब और तूल पकड़ने लगा है। निगम की प्रारंभिक जांच में यह साबित हो गया कि कंपनी ने गार्डन की जमीन पर अवैध तरीके से झूले लगाए। एग्रीमेंट में जैसा जोन बनाने के लिए कहा गया था, वैसा बनाया ही नहीं गया। उल्टे पूरे गार्डन की जमीन पर ही कब्जा कर लिया। दैनिक भास्कर को कंपनी के लिए एप्रूव्ड ले-आउट प्लान का नक्शा भी मिल गया है। इसमें कहीं भी गार्डन की जमीन पर झूले लगाने का प्लान नहीं है। गार्डन की जमीन पर एडवेंचर जोन बनाने से नाराज महापौर मीनल चौबे शुक्रवार को मौके पर पहुंचीं। गार्डन में बड़े-बड़े झूले देखकर वे जमकर नाराज हुईं। अफसरों से सख्त लहजे में कहा- मजाक बना दिया है आप लोगों ने। उन्होंने कंपनी के प्रतिनिधियों को जमकर लताड़ा। पूछा- किसकी अनुमति से गार्डन के पेड़-पौधे उखाड़ दिए। गार्डन की जमीन को पहले जैसा नहीं किया तो याद रखना पूरा एग्रीमेंट एक साथ निरस्त कर दूंगी। महापौर जोन तीन के अफसरों पर भी नाराज हुई। उन्होंने कहा कि इतने बड़े गार्डन में एडवेंचर जोन बन रहा है और एक अफसर-कर्मचारी मौके पर देखने तक नहीं आया। आप लोग काम कर रहे हैं या तमाशा? उन्होंने वहां मौजूद सभी अफसरों से कहा कि 24 घंटे के भीतर झूले हटाने की कार्यवाही शुरू हो जानी चाहिए। अगर मेरा आदेश नहीं माना तो सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहना। जांच के दौरान अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता, जोन तीन कमिश्नर, सहायक अभियंता, उप अभियंता और कंपनी के प्रतिनिधि मौजूद थे। ये भी खामियां मिलीं जनता की धरोहर है उद्यान
कंपनी वालों से कह दिया है 24 घंटे के भीतर झूले हटाने शुरू नहीं किए तो पूरा एग्रीमेंट निरस्त कर दिया जाएगा। मैथिलीशरण गुप्त उद्यान जनता की धरोहर है और हमेशा रहेगा।
– मीनल चौबे, महापौर रायपुर