छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में रहने वाले 77 वर्षीय अशोक कश्यप की मौत हो गई। वह पिछले तीन-चार साल से बीमार चल रहे थे। परिजनों ने भी उनका साथ छोड़ दिया था। मोहल्ले के लोग उनकी देखरेख करते थे। लंबे समय से अशोक कश्यप रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 7 में सरस्वती देवी के यहां किराए के मकान में रह रहे थे। जब तक वह स्वस्थ थे, तब तक उन्होंने किराया दिया। लेकिन अस्वस्थ होने के बाद किराया देना बंद कर दिया। इसके बाद भी 4 सालों से वहीं रह रहे थे। अस्पताल में भर्ती करने के बाद स्वास्थ्य में नहीं हुआ सुधार करीब एक महीने पहले तबीयत बिगड़ी तो स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले जगदीश दास ने अपने देखरेख में 100 बिस्तर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां कई दिनों तक इलाज चलता रहा। इसके बाद स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो पाया तो वापस वार्ड क्रमांक 7 में आ गए । बीती रात उनकी मौत हो गई। युवा पार्षद अर्जुन ने दिया इंसानियत का परिचय अर्जुन दास वर्तमान में वार्ड क्रमांक 7 के पार्षद हैं। अर्जुन ने इंसानियत का परिचय देते हुए जानकारी मिलते ही दाह संस्कार की व्यवस्था बनाने में अपना भरपूर योगदान दिया। इसके बाद दोपहर में अशोक कश्यप का दाह संस्कार हो सका। सरस्वती देवी 4 सालों से नहीं ले रही हैं किराया सरस्वती देवी अपने दो बच्चों के साथ रहती हैं। पति गोपास केसरी की दुर्घटना में मौत हो गई थी। उन्होंने पिछले चार साल से अशोक कश्यप घर का किराया नहीं लिया।