चंबा ने दो गैर सरकारी संस्थाओं से किया त्रिपक्षीय समझौता:मणिमहेश यात्रा मार्ग में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित, पायलट प्रोजेक्ट शुरू

हिमाचल प्रदेश में मणिमहेश तीर्थ यात्रा क्षेत्र में स्वच्छता व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिला प्रशासन चंबा ने रैपिडयू टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड और हीलिंग हिमालयाज के साथ त्रिपक्षीय समझौता किया है। कई विभागों के सहयोग से संचालित इस समझौते के तहत हीलिंग हिमालयाज संस्था, रैपिडयू टेक्नोलॉजी की तकनीक का उपयोग करते हुए मणिमहेश यात्रा मार्ग पर सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित करेगी। यह परियोजना कई विभागों के सहयोग से संचालित की जाएगी। इनमें पर्यटन विभाग, शहरी विकास विभाग, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, ग्रामीण विकास विभाग और स्थानीय निकाय शामिल हैं। योजना के तहत पायलट प्रोजेक्ट शुरू हिमाचल प्रदेश जमा वापसी योजना-2025 के तहत यह पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। चंबा के उपायुक्त मुकेश रेपस्वाल ने बताया कि कूड़े के निपटारे के लिए उचित व्यवस्था की गई है। कचरे की समस्या का समाधान होगा रीसाइकल और हीलिंग हिमालयाज के पास सूखे कचरे के पृथक्करण और पुरस्करण की विशेषज्ञता है। यह प्लास्टिक, एमएलपी, टेट्रा और कांच जैसे कचरे का प्रबंधन करेंगे। इस पहल से तीर्थ यात्रा क्षेत्र में कचरे की समस्या का समाधान होगा। जल्द ही भरमौर क्षेत्र में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

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