सटोरिया बोला-कॉन्स्टेबल चला रहा था महादेव सट्टा:आरक्षक पर जमीन कब्जा-धमकी-वसूली के आरोप; अब खुद को अंबिकापुर रेफर करवाया, IG ने दिए जांच के आदेश

छत्तीसगढ़ में चर्चित महादेव सट्टा ऐप के तार अब बलरामपुर पुलिस से जुड़ गए हैं। अंबिकापुर में पोस्टेड रहे कॉन्स्टेबल पर ऐप के संचालन का आरोप लगा है। सट्टे के कारोबार से जुड़े सटोरिए सत्यम केसरी ने एक वीडियो जारी कर पीड़ित होने का दावा किया है। वीडियो वायरल होने के बाद आईजी दीपक कुमार झा ने एसपी को जांच के आदेश दिए हैं। वीडियो में सट्टा कारोबार से जुड़े युवक ने कहा कि, महादेव सट्टा ऐप का संचालन अंबिकापुर में कॉन्स्टेबल प्रवीण सिंह करवा रहा था। साल 2023 में प्रवीण सिंह ने उसे इस कारोबार से जोड़ा था। एक महीने में आरक्षक को 48 लाख मुनाफा पहुंचाया। कारोबार में कई नामी सटोरिए शामिल थे। जब डरकर युवक ने काम छोड़ने को कहा तो कॉन्स्टेबल प्रवीण ने उसे धमकी दी। कॉन्स्टेबल ने कहा उसकी पहुंच आईजी, एसपी और दुबई तक है। अगर काम नहीं करोगे तो उठवा दूंगा, फंसा दूंगा। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद कॉन्स्टेबल प्रवीण सिंह ने खुद को गंभीर रूप से बीमार बताकर बलरामपुर हॉस्पिटल से अंबिकापुर रेफर करा लिया है। जहां उसका इलाज कहां चल रहा है। कॉन्स्टेबल ने किस बीमारी की बात कही है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। आरक्षक प्रवीण सिंह पर कई आरोप लगे जिस आरक्षक प्रवीण सिंह पर महादेव सट्टा ऐप चलाने का आरोप है, उसके खिलाफ पहले भी कई शिकायतें हुई थीं। साल 2020 से साल 2023 तक प्रवीण सिंह अंबिकापुर के गांधीनगर थाने में पोस्टेड था। उसके खिलाफ 6 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई थी। आरक्षक पर जमीन पर कब्जे की कोशिश, धमकी और अवैध वसूली के आरोप लगे थे। लगातार शिकायतों के बाद आरक्षक प्रवीण सिंह का सरगुजा आईजी ने बलरामपुर में ट्रांसफर कर दिया था। प्रवीण सिंह वर्तमान में बलरामपुर जिले में पोस्टेड है। सटोरियों पर शिकंजा कसने की तैयारी सट्टा से जुड़े सत्यम केसरी का वीडियो वायरल होने के बाद सरगुजा पुलिस अब सटोरियों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। वीडियो में जिस अमित मिश्रा उर्फ पहलू का नाम सत्यम ने लिया है, वह एक हफ्ते पहले सट्टा के बड़े कारोबार के संचालन के मामले में गिरफ्तार किया गया है। सरगुजा में 13 मई को पुलिस ने स्काई एक्सचेंज के माध्यम से करोड़ों की सट्टापट्टी पकड़ी थी। इसमें दीप सिन्हा, अमित मिश्रा सहित अन्य बड़े सटोरियों का नाम आया है। यह कार्रवाई तब हो सकी थी, जब तत्कालीन एसपी ने अंबिकापुर कोतवाली पुलिस सहित स्थानीय पुलिस अधिकारियों की जानकारी के बिना अंबिकापुर CSP रोहित शाह (IPS) की टीम से छापा मरवाया था। सट्टा का कनेक्शन पुलिस से जुड़ने के नए आरोपों के बाद पुलिस फरार कुख्यात दीप सिन्हा सहित अन्य सटोरियों की भी तलाश में जुट गई है। आईजी ने एसपी को दिए जांच के आदेश सरगुजा आईजी ने महादेव सट्टा ऐप के कारोबार से कॉन्स्टेबल के कनेक्शन की जांच के आदेश एसपी को दिए हैं। आईजी दीपक कुमार झा ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो संज्ञान में आया है। एसपी को जांच कर जरूरी प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा है। वर्तमान में आरोप की जांच कर रहे हैं, इसलिए सत्यता के संबंध में कुछ कहना उचित नहीं होगा। ग्राफिक्स में महादेव सट्टा एप का पूरा मामला समझिए ……………………… महादेव ऐप से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… 01. सटोरिए का दावा-कॉन्स्टेबल चला रहा था महादेव सट्टा एप: VIDEO जारी कर बोला-1 महीने में 48 लाख मुनाफा दिया,काम छोड़ा तो कहा-उठवा दूंगा छत्तीसगढ़ के सरगुजा में सट्टा कारोबार से जुड़े सटोरिए सत्यम ने एक वीडियो जारी किया है। जिसमें दावा किया है कि, महादेव सट्टा एप का संचालन अंबिकापुर में आरक्षक प्रवीण सिंह करवा रहा था। एक महीने में आरक्षक को 48 लाख मुनाफा दिया गया। पढ़ें पूरी खबर महादेव ऐप के कारोबार में छत्तीसगढ़ के लड़के बैन: प्रदेश के अकाउंट्स भी इस्तेमाल नहीं कर रहे सरगना; हेडक्वार्टर श्रीलंका शिफ्ट छत्तीसगढ़ में 6,000 करोड़ रुपए के महादेव घोटाले में केंद्रीय जांच एजेंसियां सीबीआई और ईडी के साथ पुलिस भी एक्शन में है। यही वजह है कि महादेव बुक के किं​गपिन (प्रमोटर्स) सौरभ चंद्राकर ने अपने सट्टा कारोबार में छत्तीसगढ़ के लड़कों को रखने पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है, खासकर रायपुर और दुर्ग-भिलाई के क्योंकि ऐसे लड़के सीबीआई और पुलिस के रडार में हैं।पढ़ें पूरी खबर…

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