अहमदाबाद में 12 जून को क्रैश हुए एअर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान के ब्लैक बॉक्स की रिकॉर्डिंग पूरी तरह सुरक्षित है। केंद्र सरकार के प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो ने रविवार शाम को यह जानकारी दी। एअर इंडिया की फ्लाइट नंबर AI-171 के तहत ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। अहमदाबाद एयरपोर्ट से टेक ऑफ करने के कुछ मिनट बाद ही विमान नजदीक बने मेडिकल हॉस्टल पर क्रैश हो गया था। पहले सूचना आई थी कि ब्लैक बॉक्स में क्रैश होने से पहले के 10 मिनट पहले की रिकॉर्डिंग गायब है। सरकार ने इसका खंडन किया है। दरअसल ब्लैक बॉक्स एक रिकॉर्डर होता है, जिसमें पायलट्स की आपसी बातचीत, ATC से कम्युनिकेशन और कॉकपिट की गतिविधियों की ऑडियो रिकॉर्डिंग होती है। ब्लैक बॉक्स को बेहद सुरक्षित डिवाइस माना जाता है। यह विमान की पावर सप्लाई बंद होने या उसके क्रैश होने पर के 10 मिनट बाद तक भी काम करता है। इस दौरान की सभी ऑडियो रिकॉर्डिंग इसमें सेव हो जाती हैं। विमान ने 01.38ः39 बजे उड़ान भरी, 01.39.05 पर मेडे कॉल आया
एअर इंडिया के ड्रीमलाइनर ने 12 जून को दोपहर 1 बजकर 39 मिनट 05 सेकेंड पर पायलट ने मेडे कॉल किया और 1 बजकर 29 मिनट 11 सेकेंड पर यह मेडिकल हॉस्टल पर क्रैश हो गया था। यानी मेडे कॉल से क्रैश के बीच महज 06 सेकेंड का ही अंतर था। प्लेन क्रैश कैसे हुआ, ग्राफिक्स से समझें एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात शामिल हैं। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया। कैप्टन के पिता ‘मौन’, कुंदर के परिवार ने घर छोड़ा एआई-171 विमान क्रैश में कैप्टन सुमीत सभरवाल और फर्स्ट फ्लाइट ऑफिसर क्लाइव कुंदर भी नहीं बचे। ऊपर से विदेशी मीडिया ने बिना किसी सबूत के हादसे की मनमानी थ्योरी गढ़ते हुए पायलट्स पर दोष मढ़ने की कोशिश की। इससे मुंबई के पवई के जलवायु विहार और गोरेगांव वेस्ट की सनटेक सिटी में रहने वाले लोग उदास हैं। दोनों पायलट यहीं रहते थे। भास्कर जब सुमीत के घर पहुंचा तो बुजुर्ग पिता पुष्पराज सभरवाल ने बात नहीं की। वहीं, कुंदर का परिवार घर नहीं मिला। पड़ोसियों ने बताया कि वो लोग कहीं चले गए हैं। भास्कर ने पड़ोसियों और दोनों पायलट्स के साथ काम कर चुके साथियों से बातचीत की। सहयोगी बोले- सुमीत ईमानदार और प्रोफेशनल थे सुमीत के पूर्व सहकर्मी नील पाइस ने बताया कि उन्होंने सितंबर 2024 में ही अपनी आखिरी क्लास-वन मेडिकल परीक्षा पास की थी, जो एक पायलट की मनो-शारीरिक फिटनेस की जांच करती है। सुमित शांत, विनम्र और जिम्मेदार पायलट थे, जिनके साथ उड़ान भरी जा सकती थी। मां की मृत्यु के बाद वो मुंबई में पिता की देखभाल के लिए आ गए थे। यहीं बसने की तैयारी में थे। पत्नी से अलग होने के बाद भी कभी कोई शिकायत नहीं की। पता नहीं, विदेशी मीडिया उन पर अंगुली क्यों उठा रहा है? एक और सहयोगी रजनीश शर्मा ने बताया कि हमें मीडिया से बात करने की अनुमति नहीं है, लेकिन मैं यह पूरी ईमानदारी से कह सकता हूं कि सुमीत ईमानदार और प्रोफेशनल थे। उन्होंने जीवन में कभी शराब नहीं पी। हमेशा खुश रहते थे। बहिन बोली- कुंदर का जीवन रंगों से भरा था फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर को जानने वाले बताते हैं कि वह गोवा मूल के थे और हाल ही में उन्होंने गोरेगांव वेस्ट की सनटेक सिटी में नया अपार्टमेंट लिया था। उनकी कोई भी मानसिक समस्या की जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। उनकी बहन ने दैनिक भास्कर से बातचीत में केवल इतना कहा- कुंदर का जीवन रंगों से भरा था और वह मजबूत इंसान थे। बहन ने नाम न छापने की रिक्वेस्ट भी की। ——————————————————————- अहमदाबाद प्लेन हादसे की ये खबर भी पढ़ें… अहमदाबाद प्लेन हादसा,166 पीड़ित परिवारों को मुआवजा मिला:एअर इंडिया ने 25-25 लाख दिए; एयरलाइन बोली- बाकी 52 मृतकों के परिजन को भी जल्द देंगे एअर इंडिया ने फ्लाइट AI-171 हादसे में जान गंवाने वाले 229 यात्रियों में से 147 यात्रियों और घटनास्थल पर मारे गए 19 लोगों के यानी कुल 166 परिवारों को ₹25 लाख का मुआवजा दिया है। एयरलाइन ने बताया कि बाकी 52 मृतकों के दस्तावेजों की जांच पूरी हो चुकी है और उन्हें भी यह मुआवजा जल्द दिया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें…


