छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में इंडसइंड बैंक के कर्मचारी ने 31 ग्राहकों से कुल 27 लाख की धोखाधड़ी की है। लोन की किस्त लेकर फर्जी रसीद दी और बैंक में पैसे जमा नहीं किए। मामला जगदलपुर सिटी कोतवाली क्षेत्र का है। पुलिस ने आरोपी बैंककर्मी को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, ग्राहक भीमधर मौर्य ने थाने में शिकायत में कि, 25 मार्च 2023 में ट्रैक्टर लेने के लिए लोन लेने इंडसइंड बैंक गया था। वहां के कर्मचारी से लोन लेने के संबंध में बातचीत किया। जिसने लोन के संबंध मे जानकारी दी। तब लोन लेने के लिए तैयार हुआ। ट्रैक्टर खरीदने लिया लोन बैंक के जगदलपुर शाखा से 10 लाख 30 हजार रुपए का लोन सेंक्शन हो गया। हर 6-6 महीने में लोन की राशि जमा करने का समय निर्धारित था। आड़ावाल महिंद्रा युवा कंपनी से साल 2023 में ही 5 लाख रुपए डाउन पेमेंट कर ट्रैक्टर खरीदा था। बैंक के कर्मचारी अमन कुमार साव के पास लोन अकाउंट में अलग-अलग किस्त में बैंक में पैसे जमा कर रसीद लिया था। इस तरह जमा किए पैसे बैंक कर्मचारी अमन को 29 अगस्त 2024 को 1 लाख 99 हजार रुपए, 30 अगस्त 2024 को 1 लाख 99 हजार रुपए और 31 अगस्त को 2024 को 1 लाख 77 हजार रुपए कुल 5 लाख 75 हजार रुपए जमा किया। इससे पहले भी पैसे जमा किए थे। अमन कुमार साव ने पैसे जमा करने की रसीद कंप्यूटर से निकालकर दी। NOC लेने गया तो धोखाधड़ी की मिली जानकारी वहीं, जब 28 जुलाई 2025 को NOC लेने बैंक गया तो मैनेजर ने लोन अमाउंट बचा है कहा। जब पैसे जमा करने की रसीद दिखाया तो उसे फर्जी बताया गया। जिसके बाद पुलिस थाने में धोखाधड़ी की लिखित शिकायत दी गई। वहीं जब पुलिस को इस मामले की जानकारी मिली तो पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा जेल बैंककर्मी युवक अमन को पकड़ा गया। जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस ने जब मामला खंगाला तो पता चला कि इसने सिर्फ एक व्यक्ति से नहीं बल्कि 31 लोगों से कुल 27 लाख 43 हजार 955 रुपए ठगे हैं। सिटी कोतवाली प्रभारी भोला सिंह राजपूत ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।