ज्वेलरी की दुकान पर फायरिंग करने वाला 2 गिरफ्तार:लुधियाना में पहले गोली चलाई, फिर मांगी रंगदारी; रिवाल्वर बरामद

लुधियाना में दिनदहाड़े ज्वेलरी की दुकान पर फायरिंग के मामले में शनिवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान लियाकत अली निवासी अगवाड़ लोप्पो (हाल निवासी गांव जागपुर रोड दाखा) और गगनदीप सिंह उर्फ घुदू निवासी कोठे बग्गू जगराओं के रूप में हुई है। घटना जगराओं के सबसे व्यस्त कमल चौक में कंडा ज्वेलर्स की थी। पुलिस ने आरोपियों से एक रिवाल्वर 32 बोर, 2 मैगजीन और 4 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा और आगे की पूछताछ की जाएगी। एसएसपी डॉ. अंकुर गुप्ता ने बताया कि आरोपियों ने अपना ही लोकल गैंग बनाया है। इस गैंग में कुल 5 आरोपी शामिल हैं। दो आरोपियों को पुलिस ने अखाड़ा नहर पुल से गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीन आरोपी अभी भी फरार हैं। एसएसपी गुप्ता के अनुसार, आरोपियों ने कंडा ज्वेलर्स पर गोली चलाने के बाद रंगदारी के लिए फोन भी किया था। उनका मकसद था कि पहले दुकानदार को डराया जाए, फिर रंगदारी के रूप में पैसे मांगे जाएं। ज्वेलर्स की दुकान कोने पर थी, इसी का फायदा उठाया
जांच में सामने आया है कि ज्वेलर्स की दुकान कोने पर थी, इसी कारण आरोपियों ने इस दुकान को चुना ताकि वारदात के बाद भागने में आसानी हो। पुलिस अभी यह जांच कर रही है कि आरोपियों ने हथियार कहां से प्राप्त किया और कितने रुपयों की रंगदारी मांगी गई। यह घटना 28 जुलाई को शहर के भीड़भाड़ वाले कमल चौक में हुई थी। बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने दिनदहाड़े कंडा ज्वेलर्स की दुकान पर गोली चलाई थी, जो दुकान के दूसरे गेट के शीशे पर जाकर लगी थी। इस घटना के बाद शहर में दहशत फैल गई थी। उल्लेखनीय है कि जिस चौक में वारदात हुई, वहां पर पुलिस द्वारा 24 घंटे नाका लगाने का दावा किया जाता रहा था। वारदात के बाद आरोपी रायकोट रोड की तरफ फरार हो गए थे। घटना की जानकारी मिलते ही दुकान का मालिक परमिंदर सिंह भी मौके पर पहुंचे थे और उन्होंने शुरू में किसी तरह की रंगदारी मांगने संबंधी बात से इनकार किया था, लेकिन बाद में पता चला कि गोली चलाने के बाद आरोपियों ने रंगदारी की मांग की थी। वारदात के समय घर पर था मेरा भाई
वही दूसरी और पुलिस के दावों की पोल खोलते हुए आरोपी गगनदीप के भाई अमनदीप ने बताया कि 28 जुलाई की वारदात के समय उसका चचेरा भाई घर पर था। पुलिस ने उसके भाई को कोठे अठ चक्क में गुजरो के घर 5 दिन पहले उस समय उठा लिया था। जब उसका भाई विजिनेस को लेकर मोमू गुजर के घर पर गया हुआ था। पुलिस का छापा पड़ते ही वह तो भाग गए। पुलिस उसके भाई को पकड़ कर ले गई। यह भी उन्हें अगले दिन लोगों से पता चला। पुलिस ने 5 दिन तक मिलने दिया। शनिवार को उस समय मिलाया, जब उसके भाई गगनदीप व लियाकत अली को मीडिया के सामने पेश किया। जबकि पुलिस कह रही है कि शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। आरोपी के भाई अमनदीप सिंह ने बताया वारदात के समय उस का भाई घर पर था। गोलियां चलाने वाले बाइक सवार जिन दो युवकों की फोटो सामने आई है। उस फोटो में ना तो उसका भाई है। ना ही उसका इस मामले में कोई लेना देना है। चाहे पुलिस उसके मोबाइल की लोकेशन निकाल कर चेक कर ले। उन्होंने बताया कि उसका भाई ना तो गोलियां चलाने वालों में है ना रंगदारी मांगने वालों में है। रंगदारी लियाकत अली ने मांगी है। उसका भाई पशु खरीदने व बेचने का काम करता है। इसी के चलते उसके लियाकत अली से लिंक बन गए। इसी को लेकर उसका भाई लियाकत अली को फोन भी करता रहता था

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