इस साल 28 मई को मानसून के बस्तर पहुंचने के कारण राजधानी रायपुर में जून की शुरुआत से बारिश हो रही है। 1 जून से 1 अगस्त तक 572 मिमी बारिश हो चुकी है। यह मानसून सीजन के कोटे का लगभग 53 प्रतिशत है। अगस्त के पूरे महीने में लगभग 374 मिमी बारिश होती है। अधिकतम इतनी बारिश इस एक महीने में हो गई तो अगस्त तक मानसून का 87 फीसदी कोटा पूरा हो जाएगा। छत्तीसगढ़ में जुलाई के बाद अगस्त ही सबसे ज्यादा बारिश वाला महीना है। इसलिए इस महीने रायपुर में भी अच्छी बारिश होगी। 2025 में अगस्त के महीने में 94 से 106 फीसदी बारिश का अनुमान है। इस अनुमान के अनुपात में रायपुर में बारिश होने से अगस्त तक मानसून का कोटा औसत के आसपास रहेगा। रायपुर में मानसून सीजन के दौरान 1059 मिमी पानी बरसता है। अभी तक इस कोटे का 54 फीसदी पानी गिर चुका है। आमतौर पर रायपुर में अगस्त में कोटे के अनुसार बारिश होती है। 2021 में अगस्त के महीने में सबसे कम 107 मिमी ही बारिश हुई थी। यह पिछले एक दशक में सबसे कम बारिश का रिकार्ड है। वहीं 2015 में सबसे ज्यादा 315 मिमी बारिश हुई थी। अगस्त माह में औसतन 16 दिन बारिश (रैनी डे) के रहते हैं। इस दौरान दिन का तापमान भी सामान्य या उससे थोड़ा कम रहने का अनुमान है। महीने के ज्यादातर दिनों में आसमान में बादल छाए रहेंगे। हवा की रफ्तार भी औसत 4 से पांच किमी प्रति घंटे की रहने की संभावना है। मानसूनी गतिविधियां मजबूत रहने के आसार से सभी स्थानों पर समान रूप से बारिश होगी। मानसूनी गतिविधियां मजबूत हैं। यानी खंड वर्षा की स्थिति नहीं रहेगी। हवा में नमी ज्यादातर दिनों में 60 फीसदी से अधिक रहने की संभावना है। बारिश वाले दिन यह 90 प्रतिशत या उससे अधिक रहेगी। पहला सप्ताह अगस्त के पहले सप्ताह में मानसून अच्छा रहेगा। इस दौरान बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी। कई जगहों पर अच्छी बारिश होगी। कहीं-कहीं पर हल्की से मध्यम वर्षा के संकेत हैं। दूसरा सप्ताह महीने के दूसरे सप्ताह में मानसून की गतिविधियां थोड़ी कम रहेंगी। छिटपुट बारिश होगी। इस दौरान कुछ जगहों पर अच्छी बारिश तो कहीं-कहीं पर कम वर्षा की संभावना हैं। तीसरा सप्ताह अगस्त के तीसरे सप्ताह में आमतौर पर मानसूनी गतिविधियां सक्रिय होती हैं। सभी जगहों पर अच्छी बारिश होती है। रायपुर में भी इस दौरान एक-दो बार अच्छी वर्षा हो सकती है। चौथा सप्ताह आखिरी सप्ताह में मानसूनी गतिविधियां तेज रहने का ट्रेंड है। रायपुर समेत पूरे प्रदेश में अच्छी बारिश की स्थितियां बनती हैं। माह की 20 से 30 फीसदी बारिश इसी सप्ताह होती है।