बिलासपुर जिले में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत पुलिस ने तीन अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कार्रवाई करते हुए कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनसे बड़ी मात्रा में गांजा और प्रतिबंधित नशीली टेबलेट बरामद की गई हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। गांजा तस्करी में एक गिरफ्तार, 45 हजार की कीमत का माल जब्त एक आरोपी को पुलिस ने ओडिशा से अवैध रूप से लाया गया गांजा बेचते हुए पकड़ा है। उसके पास से करीब 45 हजार रुपए मूल्य का गांजा बरामद किया गया। उत्तर प्रदेश से लाई जा रही थी नशीली टेबलेट, 2 आरोपी अंबिकापुर और रॉबर्ट्सगंज से गिरफ्तार तारबाहर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि कुणाल रजक, राहुल कुमार पाटले और प्रिंस बारी नशीली दवाएं बेच रहे हैं। इन तीनों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। पूछताछ के दौरान पता चला कि अभिषेक बारी और सुमित कुमार केसरी उत्तर प्रदेश से प्रतिबंधित टेबलेट लेकर आ रहे हैं। मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर पुलिस टीम अंबिकापुर और रॉबर्ट्सगंज (यूपी) रवाना की गई। वहां घेराबंदी कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि सुमित केसरी, जो केसरी मेडिकल स्टोर चलाता है, वहीं से नशीली टेबलेट लेकर अभिषेक और प्रिंस बिलासपुर और अंबिकापुर में बेचते थे। दोनों को जेल भेज दिया गया है। सरकंडा पुलिस ने 120 नशीली टेबलेट के साथ दो को पकड़ा सरकंडा थाना क्षेत्र में भी नशे के खिलाफ सख्ती दिखाई गई। रेहान खान उर्फ राज और लोकेश कारे को 120 नग नशीली टेबलेट (Nitrosum) के साथ पकड़ा गया। टेबलेट की अनुमानित कीमत 10,800 रुपए बताई गई है। पुलिस को सूचना मिली थी कि लिंगियाडीह के शीतला मंदिर के पास प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री हो रही है। रेहान के पास से टेबलेट बरामद होने के बाद, उसकी निशानदेही पर लोकेश कारे को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।