नाट घर में “जो डर गया, समझो मर गया’ का मंचन

साड्डा नाट घर में में 220वां कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में नृत्य, गायन, और नाटक जैसे कई मनमोहक प्रस्तुतियां देखने को मिलीं। कार्यक्रम की शुरुआत छोटे बच्चों के मनमोहक प्रदर्शन से हुई, जिन्होंने साड्डा नाट घर पर लिखी एक कविता को नृत्य और गायन के साथ पेश किया। उनके अनोखे अंदाज ने सभी का दिल जीत लिया। इसके बाद, जसलीन कौर ने सुरिंदर कौर के लोकगीतों से सावन को और भी मधुर बना दिया। नीरू वर्षा और रमन शर्मा ने भी अपनी गायकी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नन्हे-मुन्ने बच्चों ने भांगड़ा से मंच पर समां बांध दिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण दलजीत सिंह सोना द्वारा लिखित नाटक “जो डर गया, समझो मर गया’ रहा।

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