घर खरीदना हमारे जीवन के सबसे बड़े वित्तीय फैसलों में से एक होता है। घर खरीदने में हम महीनों लगा देते हैं, लेकिन जिस बैंक से लोन लेते हैं, उस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। ज्यादातर लोग सिर्फ ब्याज दर देखकर बैंक चुन लेते हैं। लेकिन, सिर्फ ब्याज दर ही सब कुछ नहीं होती। शर्तों पर ध्यान न देने से आपको कुछ वर्ष में लाखों रुपए का नुकसान हो सकता है। यहां चार जरूरी बातें हैं, जो आपको किसी भी बैंक का होम लोन लेने से पहले ध्यान रखनी चाहिए 1. ब्याज दर-स्प्रेड को समझें: जितना कम स्प्रेड उतना सस्ता होम लोन मिलने की गुंजाइश
हर बैंक की ब्याज दर और स्प्रेड अलग-अलग होते हैं। स्प्रेड वह अतिरिक्त रकम है, जो बैंक रेपो रेट (5.50%) के ऊपर ग्राहक से वसूलता है। यह स्प्रेड आमतौर पर लोन की पूरी अवधि के दौरान नहीं बदलता है। एक उदाहरण से इसे समझते हैं। मान लीजिए कि एक बैंक का स्प्रेड 1.8% है, जबकि दूसरे बैंक का 3.5% है। ऐसे में, पहले बैंक से आपको 7.3% की दर पर लोन मिल सकता है, जबकि दूसरे बैंक से यह 9% से भी ज्यादा हो सकता है। 2. लोन की राशि और शर्तें देखें: अधिक एलटीवी रेश्यो वाला बैंक चुनें, ज्यादा लोन मिलेगा
यह पता करना चाहिए कि बैंक प्रॉपर्टी की कुल कीमत का कितना प्रतिशत लोन दे रहा है। इसे लोन-टू-वैल्यू (एलटीवी) रेश्यो कहते हैं। 3. प्रोसेसिंग चार्ज और प्रीपेमेंट: प्रीपेमेंट की शर्तें देखिए, इसमें कोई बड़ी बाध्यता तो नहीं है
हर बैंक होम लोन के साथ कुछ नियम-शर्ते तय करता है। लोन लेने से पहले यह साफ कर लेना चाहिए कि कर्ज समय से पहले चुकाने या ट्रांसफर करने के क्या नियम हैं। 4. लोन प्रोसेसिंग में कितना समय: लोन देने में कम समय लगाने वाले बैंक से ब्याज बचता है
ऐसे बैंक चुनें, जो लोन एप्लीकेशन को जल्दी मंजूरी दें। अगर एक बैंक लोन देने में 30 दिन लेता है और दूसरा 10 दिन, तो आपका आधा महीने का किराया या ब्याज बच जाता है।