झारखंड में मौसम ने करवट ले ली है। मौसम आंकड़ों के अनुसार, राज्य के कई जिलों में आगामी दिनों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 18 से 20 अगस्त के बीच प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। वहीं, 21 अगस्त को उत्तर-पश्चिमी और निकटवर्ती मध्य भागों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने के आसार हैं। इसके अलावा 22 और 23 अगस्त को भी अधिकांश स्थानों पर गरज के साथ बारिश की स्थिति बनी रहेगी। कई जिलों में तेज हवाओं के चलने की चेतावनी मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 18 अगस्त को राज्य के कई इलाकों में गरज-चमक और तेज हवाएं चल सकती हैं। हवाओं की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। वहीं, 19 और 20 अगस्त को भी ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। 21 अगस्त को उत्तरी और मध्य झारखंड में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। ऐसे में मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। तापमान में उतार-चढ़ाव, कुछ जिलों में गर्मी का असर मौसम आंकड़ों के अनुसार, 17 अगस्त तक सबसे अधिक अधिकतम तापमान चतरा और गढ़वा जिले में 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि लातेहार में न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस रहा। रांची में अधिकतम तापमान 30.2 और न्यूनतम 22.6 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, बोकारो में बीते 24 घंटे में 2.9 डिग्री की वृद्धि देखी गई। मौसम विभाग ने बताया कि अगले 2-3 दिनों में अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज हो सकती है। बारिश से जहां उमस कम होगी, वहीं कुछ जिलों में अब भी गर्मी का असर देखने को मिल सकता है। जून से अब तक 29% ज्यादा बारिश 1 जून से 17 अगस्त तक झारखंड में औसतन 878.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है, जबकि सामान्य औसत 678.3 मिमी है। यानी राज्य में अब तक 29% अधिक वर्षा हुई है। सबसे अधिक बारिश पूर्वी सिंहभूम जिले में 1305.2 मिमी (सामान्य से 80% ज्यादा) दर्ज की गई। वहीं सरायकेला-खरसावां, लातेहार, गिरिडीह और रांची सहित कई जिलों में सामान्य से 20 से 57 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। कुछ जिलों में सामान्य से कम बारिश राज्य के कुछ जिलों में अब तक बारिश सामान्य से कम रही है। देवघर में 7% और लोहरदगा में 1% की कमी दर्ज की गई है। वहीं पाकुड़ जिले में सबसे कम बारिश रही, जहां सामान्य से 15% कम वर्षा हुई है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक किसानों और आम लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।