लातेहार में वन विभाग की टीम ने बुधवार को पलामू टाइगर रिजर्व में बड़ी कामयाबी हासिल की। टीम ने वर्षों से सक्रिय शिकारी गिरोह का पर्दाफाश किया है। दो दिन की कार्रवाई में 9 शिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में नावागढ़ से सरफुदीन मियां, कारवाई से हरिचरण सिंह व अजित सिंह, कुई से तपेश्वर सिंह, रामसुंदर तुरी, झमन सिंह व कईल भुईयां तथा जूरुहार से रमन सिंह और पारसनाथ सिंह शामिल हैं। वन विभाग ने आरोपियों से 8 भरठुवा बंदूक, 400 ग्राम बारूद और 14 ग्राम गंधक बरामद किया है। शिकार के बाद मांस और खाल का कारोबार करता था इसके अलावा एक टाइगर ट्रैप, 15 फीट लंबे 2 फंदे, 5 शीशा व लोहे के टुकड़े, एक फरसा और वन्यजीवों की ट्रॉफी (हड्डी, खाल, दांत) भी जब्त की गई हैं। पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर कुमार आशीष और प्रजेश कांत जेना के अनुसार, यह गिरोह बाघ, हिरण और जंगली सूअर का शिकार करता था। शिकार के बाद मांस, खाल और ट्रॉफी का कारोबार करता था। 13 फरार आरोपियों की तलाश जारी 18 अगस्त को पकड़े गए चार शिकारियों की निशानदेही पर 19 अगस्त को नावागढ़ से सरफुदीन मियां को बारूद-गंधक बेचते पकड़ा गया। 20 अगस्त की सुबह गारू थाना क्षेत्र के कुई गांव से तपेश्वर सिंह को गिरफ्तार किया गया। तपेश्वर ने 10 साल पहले गारू के चंदवा चट्टान में बाघ का शिकार करना कबूल किया है। वन विभाग ने 13 फरार आरोपियों की तलाश कर रहा है। जंगल में निगरानी और गश्त बढ़ा दी गई है। छापेमारी में गारू व छिपादोहर पश्चिम के रेंजर, वनपाल, सहायक वनपाल और वनरक्षी शामिल थे।


