कानपुर विश्वविद्यालय स्ववित्त पोषित शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधि मण्डल गुरुवार को महाविद्यालय विकास परिषद के निर्देशक से मिला। संघ के महामंत्री डॉ. अखण्ड प्रताप सिंह के नेतृत्व में निर्देशक डॉ. आरके द्विवेदी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने स्ववित्तपोषित शिक्षकों की समस्याओं के संबंध में उनको अवगत कराया। 5 सूत्रों मांगों का ज्ञापन दिया
महामंत्री डॉ. अखण्ड प्रताप सिंह ने बताया कि योग्यता धारक वरिष्ठ शिक्षकों को भी पीएचडी निर्देशक बनाया जाए। विश्वविद्यालय परिसर में अध्यापनरत शिक्षकों की भांति महाविद्यालयों में कार्य कर रहे शिक्षकों को भी पदोन्नति दी जाए। सत्र शुरू होने के बाद भी कई महाविद्यालयों के प्रबन्धतन्त्र अनुमोदित शिक्षकों को अध्यापन के लिए नहीं बुला रहे हैं। कृपया एक नोटिस भेजने का कष्ट करें एवं भौतिक सत्यापन भी कराया जा सकता है। एनईपी 2024-25 की सम एवं विषम की प्रयोगात्मक परीक्षाओं से जिलेवार बाध्यता खत्म की जाए। एनईपी 2024-25 महाविद्यालयों में छात्र-छात्राओं की संख्या कम होती है उन महाविद्यालयों के प्रयोगात्मक परीक्षाएं दूसरे महाविद्यालयों में कराई जाती है। इसमें महाविद्यालयों के शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं को बड़ा अपमानित होना पड़ता है। इसलिए महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राओं को सम्मलित कर उसी महाविद्यालय में प्रयोगात्मक परीक्षा कराई जाए। कुलपति के सामने समस्याओं को रखने का मिला आश्वासन
विकास परिषद के निर्देशक डॉ. आरके द्विवेदी ने कुलपति से वार्ता कर सभी समस्याओं पर आवश्यक कदम उठाने की बात कही और जल्द समस्याओं के हल का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में संरक्षक डॉ. आरपी सिंह, डॉ. एसके शुक्ला, डॉ. विनय कुमार त्रिपाठी, डॉ. राजन दीक्षित, डॉ. आरती सिंह, डॉ. मुकेश मिश्रा आदि लोग मौजूद रहे।