खंडवा में गुरुवार को दुर्गा विसर्जन के दौरान ट्रैक्टर-ट्राॅली पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे के बाद फरार ड्राइवर दीपक किराड़े को पुलिस ने उसके मामा के गांव आरूद से हिरासत में ले लिया है। आरोपी ट्रैक्टर ड्राइवर दीपक ने कहा कि आयोजन समिति वाले ही जबरन मुझे बैक वाटर में ले गए थे। मुझे किसी ने नहीं बताया कि वहां पुलिया टूटी हुई है। मैं खुद ट्रैक्टर के नीचे 15 मिनट तक फंसा रहा। मेरे सिर में चोट लगी हैं। फिर भी मैंने तीन बच्चों को जिंदा बाहर निकाला हैं। हादसे में मेरे भतीजे आयुष की भी मौत हो गई हैं। जबकि मेरी चचेरी दो बहनें घायल हैं। बता दें, खंडवा में गुरुवार को दुर्गा विसर्जन के दौरान डैम के बैक वाटर में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट जाने से 11 लोगों की जान चली गई थी। ट्रॉली में दुर्गा प्रतिमा के साथ करीब 30 लोग सवार थे। जान गंवाने वालों में 8 साल की बच्ची से लेकर 25 साल तक की महिला शामिल है। खुशी और मातम की तीन तस्वीरें… भास्कर से ड्राइवर बोला- मेरी गलती नहीं, मैंने तो 3 को बचाया समिति वाले बोले- ट्रैक्टर तू ही चलाएगा
दैनिक भास्कर ने आरोपी ट्रैक्टर ड्राइवर दीपक से बातचीत की। उसने बताया कि मेरे परिवार में पत्नी और माता-पिता हैं। एक साल पहले ही मेरी शादी हुई हैं। खुद के पास एक ट्रैक्टर और 20 एकड़ जमीन हैं। जिस ट्रैक्टर से हादसा हुआ हैं, वह गांव के धर्मेंद्र का था। मैं तो विसर्जन में शामिल होने के लिए बाइक से गया था। लेकिन समिति वालों ने कहा कि ये ट्रैक्टर तो तू ही चलाकर ले जाएगा। मैंने कहा कि जहां ट्रैक्टर खड़ा करूंगा, वहीं विसर्जन करना होगा तो वह लोग मान गए। तीन बार ट्रैक्टर रोका, पर विसर्जन नहीं किया
मैं ट्रैक्टर को लेकर काकोड़ा तक पहुंचा तो वह पंचर हो गया। फिर दूसरा ट्रैक्टर बदला। वहां से सीधे दुर्गा जी की प्रतिमा को विसर्जन के लिए अर्दला डैम की पाल पर ले गया। रास्ते में मैंने तीन जगह ट्रैक्टर को रोका और समिति वालों से कहा कि यही से विसर्जन कर दो। लेकिन वो नहीं माने। कहा कि जामली गांव से घुमाकर बैक वाटर की तरफ ले चलो। फिर मैंने ट्रैक्टर आगे बढ़ाया। पुलिया के गड्ढे में धंसा एक पहिया
दीपक ने बताया कि मैं ट्रैक्टर को बैक वाटर पार करके आगे ले जाने लगा, तभी पुलिया पर एक गड्ढे में ट्रैक्टर का एक पहिया धंस गया। ट्रैक्टर अन-बैलेंस होने लगा, मैंने ब्रेक भी लगाया लेकिन ब्रेक नहीं लगा। ट्रैक्टर पुलिया से बाहर पानी में गिर पड़ा। कुछ देर ट्राली झुकी रही, इतने जो बड़े लोग थे वो बाहर हो गए। ट्रैक्टर में कुल 35 लोग थे, बच्चों ने भी बाहर निकलने की कोशिश की। लेकिन तब तक ट्राली भी पानी में गिर चुकी थी। 11 लोगों का किया गया अंतिम संस्कार
बता दें कि खंडवा में दुर्गा विसर्जन के दौरान हुए हादसे में जान गंवाने वाले 11 लोगों का शुक्रवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। गुरुवार को जहां शोभायात्रा में सभी डीजे पर डांस कर रहे थे, आज वहीं परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव में शोक का माहौल है। जिस 8 साल की चंदा का शव सबसे आखिरी में पानी से निकाला गया था, उसकी दो छोटी बहनें हैं। दोनों बहनें चंदा के शव के आसपास खेलती रहीं। वे इस बात से अनजान हैं कि उनकी बड़ी बहन चंदा की मौत हो चुकी है। हादसे में इनकी जान गई… सीएम ने पीड़ित परिवारों से की मुलाकात
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दोपहर में खंडवा के पाडलफाटा गांव पहुंचे। यहां प्रशासन ने एक टेंट के नीचे सभी पीड़ित परिवारों को बुलवा लिया था। सीएम ने करीब 25 मिनट तक पीड़ित परिवारों से चर्चा की। सीएम ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी गई हैं। घायलों को 50 हजार रुपए और गंभीर घायलों को एक-एक लाख रुपए की राशि दी जाएगी। साथ ही जामली के जिन ग्रामीणों ने लोगों की जान बचाई हैं, उन युवाओं को भी पुरस्कृत किया जाएगा। यह खबरें भी पढ़ें 8 साल की चंदा के शव के पास खेलती रहीं बहनें, एक ही वक्त जली 11 चिताएं खंडवा में दुर्गा विसर्जन के दौरान हुए हादसे में जान गंवाने वाले 11 लोगों का शुक्रवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। गुरुवार को जहां शोभायात्रा में सभी डीजे पर डांस कर रहे थे, आज वहीं परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। जिस 8 साल की चंदा का शव सबसे आखिरी में पानी से निकाला गया था, उसकी दो छोटी बहनें हैं। दोनों बहनें चंदा के शव के आसपास खेलती रहीं। पढ़ें पूरी खबर एमपी के खंडवा में ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में गिरी,11 की मौत, इनमें 8 बच्चियां मध्य प्रदेश के खंडवा में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में गिर गई। हादसे में 8 बच्चियों समेत 11 लोगों की मौत हो गई। इनमें 7 साल के बच्चे से लेकर 25 साल तक के युवा हैं। तीन गंभीर घायलों का इलाज खंडवा जिला अस्पताल में चल रहा है। पढ़ें पूरी खबर