भास्कर एक्सक्लूिसव चास शहर में कहीं भी पार्किंग जोन चिह्नित नहीं है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस वाहनों पर नो पार्किंग का फाइन जरूर वसूल रही है। इससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सामान की खरीदारी करने गए और घर आने पर पता चलता है कि पुलिस ने उनके वाहन पर फाइन कर दिया है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं। वर्ष 2025 में 8 माह में 433 वाहनों पर नो पार्किंग में खड़ी होने पर जुर्माना लगाया गया, जो करीब दो लाख रुपए से अधिक है। नो पार्किंग में 150 और आदेश की अवहेलना के लिए 500 रुपए का फाइन होता है, यानि कुल मिलाकर 650 रुपए फाइन होता है। नो पार्किंग बताकर चालान करने की ट्रैफिक पुलिस की यह नीति वाहन चालकों को अखर रही है। अगर आपकी गाड़ी सड़क के किनारे बने सफेद पट्टी के अंदर है तो आप सावधान हो जाएं, बोका रो ट्रैफिक पुलिस आपके वाहन का चालान कर सकती है। बोकारो शहरी इलाके में कहीं नो पार्किंग जोन नहीं है। अगर है तो उसकी जानकारी आमजन को नहीं है। ऐसे में पुलिस भी सड़क के किनारे बने सफेद पट्टी के अंदर खड़े वाहनों को नो पार्किंग जगह मानकर फाइन कर देती है। नो पार्किंग का चिह्नित स्थल {सुभाष चौक से जिला परिषद मार्केट मुख्य पथ के दोनों तरफ {गरगा पुल से धर्मशाला मोड़ तक बाईपास पथ के दोनों तरफ {धर्मशाला मोड़ से महावीर चौक सिंगारी जोरिया पुल तक दोनों तरफ {धर्मशाला मोड़ से आईटीआई मोड़ वाले पथ पर दोनों तरफ {जोधाडीह मोड़ से आईटीआई मोड़ पार्किंग का चिह्नित स्थल {अमृत पार्क फेज-5 के सामने व सड़क के दूसरी तरफ खाली स्थान {सुभाष चौक से मुस्कान हॉस्पिटल मेनरोड पथ पर बाईं तरफ {महावीर चौक के बाईं तरफ {धर्मशाला से शनि मंदिर की ओर {आईटीआई मोड़ बुलेट शोरुम के तरफ और जोधाडीह मोड़ से महावीर चौक जाने वाले पथ के दोनों तरफ चास में जल्द ही पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी चास में नहीं है पार्किंग की व्यवस्था उप शहर चास में कहीं भी पार्किंग जोन नहीं है। ऐसे में वाहन चालकों या खरीदारी करने आने वाले लोगों को मजबूरी में सड़क किनारे अपने वाहनों को खड़ा करना पड़ता है। लेकिन नो पार्किंग जोन बताकर ट्रैफिक पुलिस वाहन चालकों के चालान काट रही है। कहना है कि पार्किंग की व्यवस्था करना चास नगर निगम का काम है। पुलिस का काम यातायात सुचारू करने का है। चास नगर निगम ने क्षेत्र में अस्थायी पार्किंग और नो पार्किंग के लिए जगह चिह्नित किया है। नो पार्किंग का बोर्ड भी लगाया है। लेकिन पार्किंग की व्यवस्था ही नहीं है। गरगा पुल से श्मशान घाट तक डिवाइडर लगाया जाएगा।