कार्तिक माह के आरंभ होने के साथ ही बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। मंगलवार सुबह से ही भक्त जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के लिए लंबी कतारों में लगे रहे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु कार्तिक माह में धरती पर आगमन करते हैं, जिससे यह माह विशेष रूप से पुण्य और तप का माना जाता है। मंदिर परिसर में कार्तिक माह के अवसर पर विशेष पूजा, हवन और अनुष्ठान आयोजित किए जा रहे हैं। मुंडन संस्कार, उपनयन, बाबा-पार्वती गठबंधन और विवाह जैसे पारंपरिक धार्मिक कार्यक्रम भी जारी है। मंदिर के पुरोहितों के अनुसार, श्रद्धालु इस महीने में व्रत, स्नान और दान के माध्यम से भगवान विष्णु और बाबा बैद्यनाथ की आराधना करते हैं। कार्तिक माह में कई लोग सात्विक जीवन अपनाते हैं भक्तों का कहना है कि कार्तिक माह में कई लोग सात्विक जीवन अपनाते हैं। इस दौरान वे मांसाहारी भोजन, लहसुन और प्याज का सेवन नहीं करते। उनका मानना है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु और शिव दोनों की विशेष कृपा प्राप्त होती है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की है। सुरक्षा, साफ-सफाई और भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया गया है। बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पुरोहित भरत शृंगारी ने बताया, “कार्तिक माह भगवान विष्णु और शिव दोनों की आराधना का पवित्र समय है। इस महीने में किए गए स्नान, दान और पूजा का कई गुना फल प्राप्त होता है। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ बाबा की नगरी में भक्ति और विश्वास के निरंतर प्रवाह को दर्शाती है।”