लुधियाना जिले के खन्ना के पीरखाना रोड स्थित एक निजी अस्पताल में एक युवक की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। उन्होंने अस्पताल के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया और डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। मृतक की पहचान अनुराग उर्फ चेतन के रूप में हुई है। उसके पिता वीरपाल ने बताया कि अनुराग उनका इकलौता बेटा था और तीन बहनों का भाई था। वीरपाल के अनुसार, अनुराग को अचानक छाती में दर्द हुआ, जिसके बाद उसे तुरंत पीरखाना रोड के निजी अस्पताल ले जाया गया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने अनुराग को दो इंजेक्शन लगाए, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी। मदद मांगने लुधियाना रेफर किया जब परिवार ने डॉक्टरों से मदद मांगी, तो उन्होंने अनुराग को लुधियाना रेफर कर दिया। लुधियाना पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वीरपाल ने आरोप लगाया कि अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उनके बेटे की मौत हुई है। उन्होंने प्रशासन से न्याय और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मृतक के दादा लाला राम ने भी अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। लाला राम ने बताया कि अनुराग की हाल ही में सगाई हुई थी और मार्च में उसकी शादी तय थी। इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है। थाना सिटी खन्ना के एसएचओ गुरमीत सिंह ने बताया कि शव को सिविल अस्पताल भेजा गया है। वहां तीन डॉक्टरों का एक बोर्ड पोस्टमार्टम करेगा। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का खुलासा हो सकेगा। पुलिस ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 194 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि परिजनों के बयानों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।