कांकेर जिले के दुर्गुकोंदल ब्लॉक में ‘स्कूल जतन योजना’ के तहत स्कूल भवन मरम्मत में कथित गड़बड़ी के खिलाफ स्थानीय युवाओं ने मंगलवार को अर्धनग्न प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि योजना के नाम पर खुलेआम भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी की गई है, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। प्रदर्शनकारी ने बताया कि उन्होंने पहले भी एक दिवसीय धरना दिया था और खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) कार्यालय का घेराव कर मामले की जांच की मांग की थी। कोई ठोस कार्रवाई न होने पर उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए अर्धनग्न प्रदर्शन किया। युवाओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही दोषियों पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई, तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा, जिसमें पूर्ण नग्न प्रदर्शन भी शामिल है। युवाओं के अनुसार, कई स्कूलों में मरम्मत कार्य केवल कागजों पर ही हुआ है। कुछ भवनों में मामूली रंगरोगन और मरम्मत दिखाकर लाखों रुपए के बिल पास किए गए हैं। दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्यों में न तो गुणवत्ता का ध्यान रखा गया और न ही वास्तविक जरूरतों को पूरा किया गया। इस मामले पर शिवसेना ने भी कड़ा रुख अपनाया है। संगठन ने एक बयान जारी कर कहा कि स्कूल जतन योजना में भ्रष्टाचार केवल दुर्गुकोंदल ब्लॉक तक सीमित नहीं है, बल्कि कांकेर जिले और पूरे छत्तीसगढ़ में हुआ है। शिवसेना ने याद दिलाया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने इसी मुद्दे पर राज्यभर में आंदोलन किया था। उन्होंने कहा कि अब जब प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार है, तब भी दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। संगठन ने मांग की है कि सरकार तत्काल सभी संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों की जांच करे और उनकी अवैध संपत्ति जब्त कर राजसात करे। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक दोषियों पर कठोर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक ऐसी योजनाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित नहीं की जा सकती।