हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में नाबार्ड की 2023 की रिपोर्ट में बैंक की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार ने कांगड़ा सेंट्रल को-ऑपरेटिव (केसीसी) बैंक का बोर्ड निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बैंक को तत्काल व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए हैं। बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) जफर इकबाल ने कर्मियों व जमाकर्ताओं को आश्वस्त किया है कि बैंक वित्तीय रूप से स्थिर और मजबूत है। उन्होंने कहा कि मानव संसाधन नीति के अभाव ने व्यवस्था को प्रभावित किया है। नई भर्तियां न होने से काम प्रभावित हुआ और कर्मचारियों का प्रमोशन रुका। भर्ती न होने से कर्मचारियों की कमी 2017 के बाद से बैंक में कोई भर्ती नहीं हुई है। इससे बैंक की शाखाओं में स्टाफ की कमी हो गई, जिसका असर ग्राहक सेवाओं पर पड़ा है। लेकिन बैंक वित्तीय रूप से पूरी तरह स्थिर है। उन्होंने बैंक की बेहतर वित्तीय स्थिति के आंकड़े भी दिए और कहा कि पिछले चार वर्षों में बैंक ने बेहतर प्रदर्शन किया है।