टोंक के दूनी कस्बे में बेटियों की शादी के लिए दुकानदार ने उधार दिए रुपए वापस मांगे। आरोपियों ने देने से मना कर दिया, जिससे टेंशन में आए दुकानदार खेत पर अचेत अवस्था में मिला। परिजन उसे दूनी के सरकारी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने दुकानदार त्रिलोक लोहार पुत्र रामपाल लोहार को मृत घोषित कर दिया। शव को अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। लेकिन युवक की मौत से गुस्साए परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया। ग्रामीणों के साथ परिजनों ने अस्पताल के बाहर तिराहा रोड जाम कर दिया। देर रात तक दूनी थाने में देवली एसडीएम रूबी अंसार, देवली डीएसपी रामसिंह, थाना प्रभारी रतन लाल परिजनों से समझाइश का प्रयास करते रहे। हालांकि रात 9 बजे तक सहमति नहीं बन पाई थी। भाई बोला- दुकान बेचकर 35 लाख रुपए उधार दिए थे
दूनी थाने में मृतक के भाई रामदेव ने रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट ने बताया- उसके भाई त्रिलोक लोहार की दूनी के पुराने कबूतरखाने के पास मेन मार्केट में आयरन वर्क्स की 2 दुकानें थी। इनमें से एक दुकान 4 साल पहले करीब 35 लाख रुपए में बेची थी। इस रकम में से परिचित छान निवासी सूर्यप्रकाश शर्मा को 27 लाख और रामफूल मीणा को 8 लाख रुपए दिए थे। दोनों ने 4 साल बाद भी रुपए नहीं लौटाए। करीब एक महीने पहले दोनों ने रुपए देने से साफ मना कर दिया। इसके कारण त्रिलोक की तबीयत बिगड़ गई। आज जब वह खेत पर गया तो वहां अचेत पड़ा हुआ था, उसे दूनी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने अपने स्तर पर आरोपियों से संपर्क कर रुपए देने की बात की। लेकिन आरोपियों ने अनसुना कर दिया। जब परिजनों ने ग्रामीणों को यह बात बताई तो सभी ने एकजुटता के साथ अस्पताल के सामने तिराहा पर रोड को जाम कर दिया और प्रदर्शन किया। दूनी थाना प्रभारी रतन सिंह ने बताया- एक आरोपी सूर्यप्रकाश पुत्र रमेश शर्मा निवासी छान को पकड़ कर थाने लाए है। वह 5 लाख रुपए देने को तैयार है। लेकिन इससे पीड़ित परिवार संतुष्ट नहीं है। देवली SDM रूबी अंसार ने बताया कि दोनों पक्ष में सुलह करवाने का प्रयास कर रहे हैं। जल्द ही सहमति बन जाएगी। देवउठनी पर करना चाहता था दोनों बेटियों की शादी
परिजनों ने बताया कि मृतक के परिवार में एक लड़का और दो बेटियां है। वह दोनों बेटियों की शादी इसी दिवाली के बाद पड़ने वाली देवउठनी एकादशी पर करना चाहता था। इसके लिए उसे पैसों की जरूरत थी। ऐसे में वह उधार दिए गए पैसे बार बार मांग रहा था, लेकिन आरोपियों के इनकार करने से वह टेंशन में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई।