हरियाणा के कैथल में पूंडरी हलके से पहली बार विधायक बने BJP के सतपाल जांबा फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने अपने हलके की जनता के बिजली बिल अपनी जेब से भरने का वादा किया है। विधायक ने कहा कि वे दिवाली से पहले उन सभी लोगों के बिल अपनी जेब से भरेंगे, जो बिल जमा कराने में असमर्थ हैं। विधायक का कहना है कि उन्होंने लोगों से एप्लिकेशन भी लेना शुरू कर दी हैं और अधिकारियों से बातचीत की है। पहले तो ये प्रयास रहेगा, जिन उपभोक्ताओं के बिजली बिल ज्यादा हैं, उनमें कुछ न कुछ रियायतें बिजली निगम के स्तर पर हो सकें, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो वे खुद की जेब से उपभोक्ताओं के बिल अदा करेंगे। विधायक सतपाल जांबा की 2 बातें… अब जानिए…हरियाणा में विधायक के पास फंड की स्थिति विधायकों के पास सांसदों जैसा कोई फंड नहीं
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार कहते हैं कि जैसे सांसदों को हर साल विकास कार्यों के लिए 5 करोड़ रुपए का एमपी लैड फंड मिलता है, इस तर्ज पर हरियाणा में विधायकों के पास कोई फंड नहीं है। जबकि हरियाणा में विधायक लंबे समय से ऐसे ही फंड के मांग करते आ रहे हैं। 60 हजार रुपए मासिक निर्वाचन क्षेत्र भत्ता
एडवोकेट हेमंत बताते हैं कि विधायकों को सैलरी व अन्य भत्तों के अलावा मासिक 60 हजार रुपए निर्वाचन क्षेत्र भत्ता मिलता है। मगर, यह पैसा विकास कार्यों पर ही खर्च किया जा सकता है। डिफॉल्टरों के बिल भरने जैसा खर्च इसमें शामिल नहीं हो सकता। विधायक चाहें तो अपनी जेब से बिल भरने जैसा खर्च कर सकते हैं। पहले भी बयान-टिप्पणियों की वजह से विवादों-सुर्खियों में रहे जांबा महिला सरपंच पर विवादित टिप्पणी
चुनाव जीतने के बाद धन्यवादी दौरे के वक्त एक कार्यक्रम में गांव फरल में विधायक ने कहा था, “सरपंचनी को बुला दो, हमें भी थोड़ी फीलिंग आ जाएगी कि हमें भी कोई देखने‑सुनने आया है।” इस बयान पर सोशल मीडिया में विधायक की काफी आलोचना हुई, जिसके बाद में उन्होंने माफी भी मांगी। 200 सोशल मीडिया पत्रकारों ने चुनाव में पैसे मांगे
सतपाल जांबा ने विधानसभा में कहा था- सोशल मीडिया के पत्रकार छोटी-छोटी बातों पर पैसे मांगते हैं, यदि पैसे ना दें तो वह गलत खबर लगा देते हैं। इलेक्शन में 200 के करीब ऐसे सोशल मीडिया पत्रकार पैसे मांगने आए थे। इनकी कोई क्वालिफिकेशन नहीं होती, ना इनका कोई क्राइटेरिया होता। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से निवेदन किया कि ऐसे सोशल मीडिया पत्रकारों के लिए भी कोई क्राइटेरिया बनाया जाए। जिला परिषद की बैठक में कुर्सी-नेम प्लेट न होने पर भड़के
22 नवंबर 2024 में जिला परिषद की बैठक में कुर्सी न मिलने और नेम प्लेट न लगी होने पर भड़क गए थे। उन्हें 20 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। विधायक ने अधिकारियों से पूछा कि कुर्सी और नेम प्लेट लगाने की जिम्मेदारी किसकी है। इसके साथ उन्होंने चेयरमैन कर्मबीर कौल से कहा कि जब हमारी सीट नहीं लगानी थी तो हमें मीटिंग के लिए लेटर क्यों भेजा? ‘पाखंडी ब्राह्मण’ कहकर फंसे तो माफी मांगी, बोले- बयान तोड़ा-मरोड़ा
सतपाल जांबा संत कबीरदास जयंती समारोह में दिए बयान को लेकर विवादों में फंस गए थे। गांव फरल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधायक जांबा ने कबीर के विचारों को अपनाने की बात कही थी। इस दौरान ‘पाखंडी ब्राह्मणों’ वाली टिप्पणी पर विवाद हुआ। बाद में विधायक ने ब्राह्मण समाज से माफी मांगी। विवाद बढ़ने पर विधायक ने एक वीडियो जारी कर स्थिति स्पष्ट की थी। इसमें कहा- मैंने कहा था कबीर पाखंड के खिलाफ थे, और जो उस समय पाखंडी ब्राह्मण हुआ करते थे, वो उनके खिलाफ थे। मेरे बयान को तोड़ा मरोड़ा गया है। ————————————– हरियाणा के बीजेपी विधायकों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें कुलदीप के करीबी BJP विधायक पनिहार के विरोध का VIDEO:लोग बोले-जब हम मुसीबत में थे, तब कहां रहे; दिखाओ कहां हैं 2 करोड़ के पाइप हरियाणा के हिसार जिले के नलवा से BJP विधायक रणधीर पनिहार का उनके हलके में ही विरोध हो गया। इसका एक वीडियो सामने आया है। विधायक टोकस पातन गांव में बारिश के दिनों में हुए जलभराव के बाद शनिवार को राहत बचाव कार्यों का निरीक्षण करने गए थे। (पूरी खबर पढ़ें)